बॉलीवुड और भारतीय मनोरंजन जगत ने पिछले कुछ सालों में डिजिटल दुनिया की ओर बड़ा कदम बढ़ाया है. ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के जरिए दर्शक घर बैठे नई और अलग कहानियों का आनंद ले सकते हैं. इस साल यानी 2025 में भारतीय मनोरंजन का रूप बदलता दिखा. ओटीटी ने अभिनेत्रियों को ऐसे किरदार निभाने का मौका दिया है जो बहुआयामी होने के साथ-साथ साहसी भी हैं और जिनमें भावनाओं की गहराई भी है. अभिनेत्रियों के कुछ ऐसे ही किरदार साल 2025 में चर्चित रहे.
भूमि पेडनेकर ने सीरीज 'द रॉयल्स' के जरिए साबित किया कि वह केवल फिल्मी कॉमेडी या रोमांस तक सीमित नहीं हैं. इस शो में उन्होंने सत्ता और चालबाजियों की दुनिया में खुद को साबित किया.यह सीरीज इसी साल 9 मई को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई.इसमें भूमि का अभिनय दमदार है. वह छोटी-छोटी भावनाओं और नजरों से सीन को इतना प्रभावशाली बना देती हैं कि दर्शक हर पल उनके साथ जुड़े रहते हैं.
हुमा कुरैशी ने 'महारानी' के चौथे सीजन में दिखाया कि राजनीति की जटिल दुनिया में भी महिला किरदार कितने मजबूत और प्रभावशाली हो सकते हैं. यह सीरीज 7 नवंबर को सोनी लिव पर स्ट्रीम हुई. अपने किरदार में वह आत्मविश्वास और सशक्त नजर आई. हर सीजन के साथ उनका किरदार विकसित होता गया और दर्शक उनसे जुड़ते गए. हुमा ने साबित किया कि महिला प्रधान किरदार सिर्फ कहानी का हिस्सा नहीं, बल्कि कहानी को आगे बढ़ाने की ताकत रखते हैं.
कृति खरबंदा ने इस साल ओटीटी पर डेब्यू करते हुए नायिका प्रधान से हटकर डार्क और नेगेटिव शेड वाले किरदार में नजर आईं. 'राणा नायडू सीजन 2' में उन्होंने अपने आत्मविश्वास और भावनात्मकता से दर्शकों का ध्यान खींचा. यह सीरीज 13 जून को नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हुई. इसमें ग्रे जोन में रहकर भी कृति ने दिखा दिया कि वह हर किरदार में खुद को आसानी से ढाल सकती है. उनकी बहुमुखी प्रतिभा उन्हें ओटीटी की बेहतरीन अभिनेत्रियों में से एक बनाती है.
कुब्रा सैत का अभिनय हमेशा जटिल और चुनौतीपूर्ण किरदारों में दमदार रहता है. 'द ट्रायल सीजन 2' में उन्होंने कानूनी उलझनों, निजी संघर्ष और बदलती वफादारियों के बीच अपने किरदार को इतना विश्वसनीय और सशक्त ढंग से पेश किया कि दर्शक हैरान रह गए। यह सीरीज 19 सितंबर को जियो हॉटस्टार पर स्ट्रीम हुई. कुब्रा की सबसे बड़ी ताकत यह है कि वह किसी भी ड्रामा को जमीन से जोड़कर पेश करती हैं.
नुसरत भरुचा ने हॉरर जोन में भी अपने अभिनय का लोहा मनवाया. 'छोरी 2' में उन्होंने डर और आंतरिक मजबूती को इतने सटीक ढंग से दिखाया कि दर्शक भावनाओं में पूरी तरह डूब गए. यह फिल्म 11 अप्रैल को अमेजन प्राइम वीडियो पर प्रीमियर हुई थी.अलग-अलग भूमिकाएं चुनकर नुसरत ने खुद को ओटीटी की सबसे निडर और जोखिम उठाने वाली अभिनेत्रियों में शामिल किया है.
सान्या मल्होत्रा ने 'मिसेज' में महिलाओं की पहचान और आत्म-खोज जैसी जटिल भावनाओं को बेहद सरल और प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया.उनकी एक्टिंग में संयम और भावनात्मक गहराई का संतुलन देखने को मिला. यह फिल्म 7 फरवरी को जी5 पर स्ट्रीम हुई थी. सान्या में कम शब्दों में बहुत कुछ कहने की कला उन्हें ओटीटी की सबसे सशक्त अभिनेत्रियों में शामिल करती है.
शबाना आजमी का अनुभव और अधिकार उन्हें 'डब्बा कार्टेल' में कहानी की रीढ़ बनाते हैं. उनका अभिनय क्लासिकल भारतीय शैली की विरासत को आधुनिक ओटीटी की ऊर्जा के साथ जोड़ता है. यह सीरीज 28 फरवरी को नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हुई.शबाना आजमी की मौजूदगी ड्रामा के लिए नया मानक स्थापित करती है और दर्शकों को एक यादगार अनुभव देती है.
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