
यामी गौतम आज बॉलीवुड की उन अदाकाराओं में गिनी जाती हैं, जिन्होंने बिना किसी गॉडफादर के इंडस्ट्री में अपनी खास जगह बनाई है. एक सीधी-सादी लड़की से लेकर एक वर्सेटाइल और टैलेंटेड एक्ट्रेस बनने तक का उनका सफर काफी इंस्पिरेशनल रहा है. यामी का फिल्मी करियर भले ही आज चमकदार हो. लेकिन इसकी शुरुआत एक छोटे से टीवी सीरियल से हुई थी. उन्होंने धीरे-धीरे अपनी एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीता और फिर 2012 में फिल्म विकी डोनर से अपनी किस्मत का दरवाजा खोला.
टीवी से मिली पहली पहचान
यामी गौतम के करियर की शुरुआत हुई थी छोटे पर्दे से. साल 2008 में उन्होंने सीरियल चांद के पार चलो में काम किया, जहां उन्होंने अपनी मासूमियत और सिंपल लुक्स से दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित किया. इसके बाद उन्हें कलर्स चैनल पर भी एक शो ऑफर हुआ. जिसका नाम ता ये प्यार न होगा कम. इस सीरियल में यामी गौतम लीड रोल में भी नजर आईं. इस टीवी शो ने उन्हें घर घर की फेवरेट एक्ट्रेस बना दिया. उन्हें खूब तारीफें भी मिलीं. टीवी के दिनों में यामी हमेशा एक मेहनती और फोकस्ड कलाकार के तौर पर जानी जाती थीं. इस बीच उन्हें अच्छे प्रोजेक्ट्स मिलने लगे थे. लेकिन उनके मन में हमेशा फिल्मों में काम करने की चाह रही थी. टीवी पर मिली पहचान ने यामी को फिल्मों तक पहुंचने में मदद भी की. और, फिर शुरू हुआ उनका नया सफर.
विकी डोनर से बदली किस्मत
साल 2012 में यामी गौतम ने फिल्म विकी डोनर से बॉलीवुड में डेब्यू किया. इस फिल्म में उन्होंने एक बंगाली लड़की आशिमा का किरदार निभाया. जो एक स्पर्म डोनर से प्यार कर बैठती है. आयुष्मान खुराना के साथ उनकी केमिस्ट्री ने खूब तारीफ बटोरी. और, यामी की सादगी ने दर्शकों के दिल में खास जगह बना ली. विकी डोनर की सफलता के बाद यामी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने काबिल, उरी, बाला, गिन्नी वेड्स सनी, दसवीं, लॉस्ट और ओह माय गॉड 2 जैसी फिल्मों में दमदार परफॉर्मेंस दी. हर रोल में वो अलग अंदाज में नजर आईं और साबित कर दिया कि वो सिर्फ एक खूबसूरत चेहरा नहीं. बल्कि एक शानदार कलाकार भी हैं.
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