
सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के बाद शुरू हुआ नेपो़टिज्म (Nepotism) का मुद्दा अब ड्रग्स के चारों तरफ घुमता हुआ दिख रहा है. एक तरफ रिया चक्रवर्ती ड्रग्स केस में हिरासत में है तो वहीं बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने हाल ही में एक बयान दिया था कि फिल्म इंडस्ट्री में ज्यादातर लोग ड्रग्स लेते हैं. जिसपर बॉलीवुड एक्ट्रेस और समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद जया बच्चन (Jaya Bachchan) ने संसद में पुरजोर तरीके से जवाब दिया. अब इसी मुद्दे पर जया बच्चन का साथ देते हुए एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) ने NDTV से खास बातचीत की है. उर्मिला ने कहा कि कंगना का यह बयान पूरी तरह से गलत है और इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है. कुछ लोगों से अपनी निजी खुन्नस की वजह से इस तरह से पूरी फिल्म इंडस्ट्री को बदनाम करना बिल्कुल गलत है. उर्मिला आगे कहती हैं कि मैं कंगना से पूछना चाहती हूं कि उन्हें इस पूरे सफर में एक भी अच्छा इंसान नहीं मिला? उन लोगों की इज्जत करें जिन्होंने कभी न कभी तुम्हारी किसी भी रूप में सहायता की है.
उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) ने कहा कि राजकपूर साहब, दिलीप कुमार ने ऐसी फिल्में बनाई है जिसे आज भी याद किया जाता है. इस इंडस्ट्री ने भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है. आज उसी इंडस्ट्री को 'नशेड़ी इंडस्ट्री' कहा जा रहा है. हाल ही में हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी इसी नशेड़ी इंडस्ट्री के लोगों से मिले थे. और कहा था कि आप हमारा साथ दीजिए. आज इसी इंडस्ट्री की इस तरह धज्जियां उड़ाई जा रही है, यह कहां तक ठीक बात है.
उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) ने कहा ड्रग्स को लेकर कोई सबूत है तो उनको सामने लेकर आए. कंगना रनौत के ऑफिस के साथ जो हुआ वह गलत था. लेकिन एक पूरी संस्कृति पर सवाल उठाना गलत है. कंगना जब ड्रग्स मुक्त भारत बनाना चाहती है तो सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री नहीं बल्कि पूरे भारत के लिए काम करें और नारकोटिक्स डिपार्टमेंट से मिलना चाहिए. बल्कि निजी खुन्नस नहीं निकालना चाहिए. लेकिन कंगना इन सब को लेकर कोई बात नहीं कर रही हैं. और भारत की जनता को इस पर सोचना चाहिए.
उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) ने बॉलीवुड और ड्रग्स पर बातचीत करते हुए कहा, "बॉलीवुड अगर इतनी नशेड़ियों की इंडस्ट्री है तो इतने लंबे समय तक कैसे टिक पाई है. हमारे माननीय प्रधानमंत्री ने इसी नशेड़ी इंडस्ट्री को बुलाया था और उनसे एक तरह का साथ चाहा था, महात्मा गांधी के विचारों को लोगों तक पहुंचाने के लिए. अगर कंगना के पास वाकई बॉलीवुड और ड्रग्स से जुड़ी कोई जानकारी है तो वह बाहर आकर बोलें. मैं कहूंगी कि जो लोग इसमें शामिल हैं उन्हें बुलाना चाहिए और सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए." इसके साथ ही एक्ट्रेस ने कहा कि बॉलीवुड के लोग हमेशा से सॉफ्ट टार्गेट रहे हैं.
भारत की जनता को एक व्यक्ति से आगे आकर सोचना चाहिए. किसान आंदोलन के ऊपर कोई बात नहीं कर रहा है, जीडीपी को लेकर कोई बात नहीं, कोरोना के बढ़ते हुए आंकड़े को लेकर बातचीत नहीं. बस एक व्यक्ति विशेष को लेकर बात हो रही है. हर मुद्दे के तरफ से लोगों का ध्यान भटकाया जा रहा है.
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