
फिल्मों के लिए अच्छी लोकेशन खोजना और फिर उस लोकेशन का बज क्रिएट होना आम बात है. लेकिन क्या आपने कभी सुना कि कोई लोकेशन हीरो या हीरोइन के स्टारडम पर ही भारी पड़ जाए. किएरा नाइटली के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है. नेटफ्लिक्स की नई थ्रिलर 'द वूमेन इन कैबिन 10' में किएरा नाइटली एक ट्रैवल जर्नलिस्ट के किरदार में हैं. कहानी शुरू होती है एक शानदार लग्जरी क्रूज ट्रिप से, जहां वो किसी को आधी रात को पानी में गिरते हुए देखती है. इसके बाद रहस्य, रोमांच और शक से भरा खेल शुरू होता है. दिलचस्प बात ये है कि इसके लिए खास क्रूज अरेंज किया गया है. जो फैन्स का ध्यान किएरा नाइटली से ज्यादा खींच रहा है.
असली लोकेशन, असली लग्जरी
पीपल डॉट कॉम क रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म की शूटिंग हुई है असली सुपरयॉट सवाना पर, जिसकी कीमत है करीब 150 मिलियन डॉलर जो करीब 1,250 करोड़ रुपये होती है. ये दुनिया की पहली हाइब्रिड सुपरयॉट मानी जाती है और इसे किराए पर लेने के लिए हर हफ्ते 1 मिलियन डॉलर (8 करोड़ 78 लाख) चुकाने पड़ते हैं. 274 फीट लंबी इस यॉट को देखकर लगता है जैसे कोई फ्लोटिंग पैलेस हो. इस यॉट में अंडरवाटर लाउंज, स्पा, 30 फीट लंबा स्विमिंग पूल, और एक सीक्रेट रूम भी है. इंग्लैंड के पोर्टलैंड हारबर में इस यॉट को तीन हफ्तों तक शूटिंग के लिए डॉक किया गया था. निर्देशक साइमन स्टोन ने बताया कि फिल्म के सारे सीन असली पानी में ही शूट किए गए हैं. उन्होंने कहा किसी सीन में कोई ट्रिक यूज नहीं की गई है.
जब लग्जरी बनी सिरदर्द
अब सोचिए, इतनी शानदार यॉट पर शूट करना कितना मजेदार रहा होगा? लेकिन असलियत इसके उलट थी. यॉट इतनी महंगी थी कि एक्टर दीवारों या कालीनों को छू भी नहीं सकते थे. और सबको बिना जूते, सिर्फ मोजों में घूमना पड़ता था. कैमरे और लाइट्स सब हाथ से पकड़े जाते थे क्योंकि कुछ भी जमीन पर रखने की इजाजत नहीं थी. यॉट के सामने एक्टर एक्ट्रेस के नखरे भी फीके लगने लगे थे. खुद किएरा नाइटली ने इस बारे में कहा कि वो लोग क्लॉस्ट्रोफोबिक हो गए थे क्योंकि यॉट पर ज्यादा से ज्यादा समय एक ही जगह पर सब इकट्ठे रहते थे. सी. सिकनेस ने भी सबको परेशान किया. हालांकि मेकर्स का मानना है कि फैन्स इस यॉट को देखकर भी रोमांचित होगी.
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