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This Article is From Feb 28, 2025

इस लड़के ने ब्री-ग्रेड फिल्मों में किया काम, पर बेटे को मिला ऐसा मुकाम जहां ना पहुंचा कोई, बाप बेटे की जोड़ी का अब बजता है डंका

बॉलीवुड में फ्लॉप होने के बाद यह एक्टर बी-ग्रेड फिल्मों में काम करने लगा था और आज इसका बेटा बॉलीवुड पर राज करता है. इतना ही नहीं, आज जब भी बाप-बेटी की ये जोड़ी एक साथ आती है तो फैंस के बीच शोर मच जाता है.

इस लड़के ने ब्री-ग्रेड फिल्मों में किया काम, पर बेटे को मिला ऐसा मुकाम जहां ना पहुंचा कोई, बाप बेटे की जोड़ी का अब बजता है डंका
फ्लॉप एक्टर लेकिन हिट राइटर बना ये स्टार
नई दिल्ली:

हिंदी सिनेमा में कई लोगों ने एक्टर बनकर अपनी किस्मत आजमाई, लेकिन बहुत कम कलाकार ही सक्सेसफुल हो पाए. कुछ ऐसे भी हैं, जिन्होंने एक्टर की लाइन छोड़ डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, स्क्रीनराइटर और गीतकार की लाइन चुन ली. इनमें से एक हैं आज के उस सुपरस्टार के पिता, जिसकी फिल्मों का फैंस को बेसब्री से इंतजार रहता है. इस सुपरस्टार के पिता ने भी बतौर एक्टर फिल्मों में अपने अभिनय की शुरुआत की थी, लेकिन फ्लॉप साबित हुए. मगर इस फ्लॉप एक्टर का बेटा आज बॉलीवुड वो नाम कमा चुका है, जो फिल्म इंडस्ट्री में गिने-चुने स्टार्स को ही नसीब हो रहा है. बाप-बेटे की यह जोड़ी आज भी जब लाइमलाइट में आती है, तो इनके फैंस के बीच जबरदस्त शोर मच जाता है.

बाप फ्लॉप बेटा सुपरस्टार

दरअसल, बात कर रहे हैं सलीम खान और सलमान खान की जोड़ी की. सलीम खान बतौर एक्टर फिल्मों में फ्लॉप साबित हुए, लेकिन जब उन्होंने फिल्मों की कहानी लिखने के लिए कलम उठाई तो इतिहास ही रच दिया. जानकर हैरानी होगी कि सलीम खान ही वो शख्स हैं, जिनका ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्म शोले की कहानी में लिखने में बड़ा योगदान है. 1935 में पैदा हुए सलीम खान हमेशा से एक्टर बनने का सपना देखते थे. उन्होंने 60 के दशक में कई फिल्मों में काम किया, लेकिन चले नहीं. फिर सलीम खान सपोर्टिंग रोल में नजर आए. उन्हें फिल्मों में हैंडसम सपोर्टिंग एक्टर कहा जाता था. जब बॉलीवुड में नाम नहीं चला तो सलीम खान को बी-ग्रेड फिल्में भी करनी पड़ीं, लेकिन सलीम ने जल्द ही अपनी लाइन चेंज की और स्क्रीन राइटिंग करना शुरू कर दिया.

कहानी से रचा इतिहास

सलीम खान ने कई फिल्में बरसात (1960), लुटेरा (1965), दीवाना (1967), तीसरी मंजिल (1966), प्रोफेसर (1962), काबिल खान (1963) में काम किया, जो सलीम खान को नाम नहीं दे सकीं. इसके बाद सलीम खान ने गीतकार जावेद अख्तर के साथ मिलकर 70 और 80 के दशक में हंगामा मचा दिया. इस जोड़ी ने शोले (1975), दीवार (1975), त्रिशुल (1978), डॉन (1978) और जंजीर (1973) जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में लिखीं. सलीम खान के तीन बेटे सलमान, अरबाज और सोहेल खान हैं, लेकिन जो नाम सलमान ने कमाया है, वो घर में किसी ने भी नहीं कमाया है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो साल 1989 में फिल्म मैंने प्यार किया से डेब्यू करने वाले 'भाईजान' की नेटवर्थ 2900 करोड़ रुपये है.

 

 

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