Surya Grahan 2019: इस दिन लगेगा साल का पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण, कभी प्रकोप से बचाने के लिए दिखाई गई थी यह फिल्म

Surya Grahan 2019: इस बार साल का आखिरी सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) कल यानी 26 दिसंबर (5 पौष, शक संवत 1941) को लगने जा रहा है.

Surya Grahan 2019: इस दिन लगेगा साल का पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण, कभी प्रकोप से बचाने के लिए दिखाई गई थी यह फिल्म

नई दिल्ली:

Surya Grahan 2019: इस बार साल का आखिरी सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) कल यानी 26 दिसंबर (5 पौष, शक संवत 1941) को लगने जा रहा है. भारतीय समयानुसार यह ग्रहण सुबह 8 (Surya Grahan Time) बजे से शुरू होकर 10 बजकर 57 मिनट तक प्रभावी रहेगा. इस बार यह सूर्य ग्रहण वलयाकार होगा, यानी पूर्णग्रास न होकर यह खंडग्रास सूर्य ग्रहण होगा. इस मौक पर हम आपको बॉलीवुड से जुड़ा एक किस्सा बताना चाहते हैं. सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) का इस्तेमाल सरकार ने एक ऐसे काम के लिए किया था जिसे जानकर आप भी चौकन्ने रह जाएंगे. मशहूर फिल्म डायरेक्टर हृषिकेश मुखर्जी की 'चुपके-चुपके' (chupke chupke) जबरदस्त कॉमेडी है, जिसमें धर्मेंद्र (Dharmendra) अपने जीजा ओम प्रकाश को सबक सिखाने के लिए ऐसी कहानी गढ़ते हैं कि हंसी-ठहाके लगते हैं. लेकिन 1980 के दशक में इस फिल्म का इस्तेमाल सरकार ने जनता को सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2019) के प्रकोप से बचाने के लिए किया था. सुनने में कुछ अजीब लग सकता है लेकिन यह हकीकत है. 

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बात 16 फरवरी, 1980 की है. सूर्य ग्रहण का दिन था. सरकार नहीं चाहती थी कि जनता बिना किसी सुरक्षा उपाय के सूर्य ग्रहण को देखे. इससे उनकी आंखों को नुक्सान पहुंचने की आशंका थी. सरकार ने जनता को घर में ही रोके रखने का उपाय किया. सरकार ने हथियार बनाया सिनेमा को और इस्तेमाल किया एक कॉमेडी फिल्म को. माध्यम था दूरदर्शन. ऐसे में लोगों को रोकने के लिए यह सबसे बढ़िया हथियार बना और सरकार ने इसका बखूबी इस्तेमाल भी किया.

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दूरदर्शन पर इस दिन धर्मेंद्र और अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) की इस हिट कॉमेडी को सूर्य ग्रहण के मौके पर टेलीकास्ट किया गया. यह मनोरंजन की ही ताकत थी, जिसकी वजह से सरकार को जनता को घर में रोकने के लिए फिल्म का ख्याल आया. वैसे भी हृषिकेश मुखर्जी की फिल्में जिंदगी के इतने करीब होती थीं कि हर किसी को आसानी से खुद से जोड़ लेती थीं.

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