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This Article is From Oct 19, 2022

'ढाई किलो का हाथ' तो याद ही होगा, पढ़ें सनी देओल के वो दमदार डायलॉग्स जो आज भी बच्चे-बच्चे को याद हैं

सबसे खात बात ये है कि इन फिल्मों में सनी ने कुछ ऐसे दमदार डायलॉग्स बोले जो दर्शकों के दिलों को छू गए और जो आज भी सभी की जुबान पर चढ़े हुए हैं. सनी देओल के जन्मदिन पर आज हम उनके ऐसे ही खास डायलॉग्स की चर्चा कर रहे हैं, जो बेहद पॉपुलर हुए.

'ढाई किलो का हाथ' तो याद ही होगा, पढ़ें सनी देओल के वो दमदार डायलॉग्स जो आज भी बच्चे-बच्चे को याद हैं
सनी देओल के यादगार डायलॉग

बॉलीवुड में दमदार एक्शन हीरो के तौर पर अपनी पहचान बनाने वाले एक्टर सनी देओल की एक्टिंग के तो लोग कायल हैं ही उनके शानदार डायलॉग्स की वजह से भी उन्हें खास पहचान मिली है. 19 अक्टूबर 1956 को पंजाब के लुधियाना में जन्मे सनी देओल का असली नाम अजय सिंह देओल है. बॉलीवुड के ही मैन कहे जाने वाले धर्मेंद्र के बड़े बेटे सनी देओल ने भी पिता की ही तरह अभिनय की दुनिया को चुना. 1982 में फिल्म ‘बेताब' के साथ अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत करने वाले सनी ने अपने करियर में कई बेहद सफल फिल्में दी हैं. खात बात यह है कि इन फिल्मों में सनी ने कुछ ऐसे दमदार डायलॉग्स बोले जो दर्शकों के दिलों को छू गए और जो आज भी सभी की जुबान पर चढ़े हुए हैं. सनी देओल के जन्मदिन पर आज हम उनके ऐसे ही खास डायलॉग्स की चर्चा कर रहे हैं, जो बेहद पॉपुलर हुए.

दामिनी

फिल्म दामिनी में एक वकील का किरदार निभाते हुए सनी देओल कोर्ट रूम में कहते हैं, ‘तारीख पे तारीख, तारीख पे तारीख, तारीख पे तारीख मिलती रही है लेकिन इंसाफ नहीं मिला माई लॉर्ड, इंसाफ नहीं मिला, मिली है तो सिर्फ ये तारीख'. ये डायलॉग सुन कर सिनेमाघरों में जोरदार तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी थी. इस फिल्म में एक और डायलॉग है जो सनी देओल के आइकोनिक डायलॉग्स में शामिल है, वो है, ‘जब यह ढाई किलो का हाथ किसी पर पड़ता है तो आदमी उठता नहीं, उठ जाता है.'

गदर: एक प्रेम कथा

फिल्म गदर में जब अमरीश पुरी, सनी देओल से पाकिस्तान जिंदाबाद कहने के लिए कहते हैं, तो सनी अपनी बुलंद आवाज में बोलते हैं, ‘अशरफ अली! आपका पाकिस्तान जिंदाबाद है, इससे हमें कोई ऐतराज नहीं लेकिन हमारा हिंदुस्तान जिंदाबाद था, जिंदाबाद है और जिंदाबाद रहेगा..'. फिल्म का ये डायलॉग बच्चे-बच्चे की जुबान पर छा गया था.

घातक

फिल्म घातक का ये डायलॉग भी खूब चर्चा में रहा है, ‘ये मजदूर का हाथ है कात्या, लोहा पिघलाकर उसका आकार बदल देता है'.

जो बोले सो निहाल

फिल्म जो बोले सो निहाल का डायलॉग ‘नो इफ नो बट, ऑनली जट्ट' भी काफी चर्चित रहा.

घायल

फिल्म घायल में सनी देओल का ये धमाकेदार डायलॉग आज भी लोग नहीं भूल पाए, 'उतारकर फेंक दो ये वर्दी और पहन लो बलवंतराय का पट्‌टा अपने गले में..'

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