हिंदी फिल्मों में मां के रोल निभाने के लिए मशहूर एक्ट्रेस सुलोचना लाटकर ने 4 जून को इस दुनिया को अलविदा कहा. वह 94 साल की थीं और काफी समय से बीमार चल रही थीं. रविवार चार जून को उन्होंने आखिरी सांस ली. उनके निधन की खबर पर पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर फिल्मी जगत की बड़ी-बड़ी हस्तियों ने दुख जाहिर किया. अमिताभ बच्चन ने सुलोचना लाटकर के निधन पर शोक जताते हुए लिखा कि भारतीय सिनेमा ने ‘‘ एक और बड़ा '' सितारा खो दिया. बिग बी ने कई फिल्मों में उनके साथ काम किया था. उन्हें याद करते हुए बिग बी ने अपने पर्सनल ब्लॉग में उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने लिखा, ‘‘हमने फिल्म इंडस्ट्री का एक और महान सितारा खो दिया .....मेरे साथ कई फिल्मों में एक उदार, विनम्र, परवाह करने वाली मां की भूमिका निभाने वाली सुलोचना जी.... वह कुछ समय से बीमार थीं.''
अमिताभ बच्चन ने बताया कि वह सुलोचना के परिवार से उनकी सेहत के बारे में जानकारी लेते रहते थे. उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनके परिवार से उनकी सेहत के बारे में जानकारी लेता रहता था.. दुखद समाचार मिला. दुख की इस घड़ी में हम केवल प्रार्थना कर सकते हैं.... मैं इससे ज्यादा कुछ और नहीं लिख पाऊंगा.''
अमिताभ ने सुलोचना लाटकर के साथ रेशमा और शेरा, रोटी कपड़ा और मकान, मुकद्दर का सिकंदर और दोस्ताना जैसी कई फिल्मों में साथ काम किया. सुलोचना के करियर की बात करें तो उन्होंने मराठी और हिंदी दोनों इंडस्ट्री में खूब काम किया. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1940 में थी. अपने फिल्मी करियर में उन्होंने करीब 250 से ज्यादा फिल्मों में काम किया.
हिंदी फिल्मों में उन्होंने सुनील दत्त, देव आनंद, राजेश खन्ना, दिलीप कुमार और अमिताभ बच्चन समेत 1960, 1970 और 1980 के दशक के बड़े सितारों के लिए बड़े पर्दे पर मां की भूमिका निभाई. उन्होंने हीरा, जानी दुश्मन, जब प्यार किसी से होता है, जॉनी मेरा नाम, कटी पतंग, मेरे जीवन साथी, प्रेम नगर जैसी हिट फिल्मों में काम किया.
सुलोचना को 1999 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. उनके परिवार में उनकी बेटी कंचन घनेकर हैं. उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ सोमवार यानी 5 जून को किया जाएगा.
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