परदेस हिंदी सिनेमा की चर्चित और हिट फिल्मों में से एक हैं. यह फिल्म साल 1997 में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी, जिसे खूब पसंद किया गया था. इस फिल्म का निर्देशन सुभाष घई ने किया है. फिल्म परदेस को रिलीज हुए आज 25 साल हो चुके हैं. सुभाष घई के निर्देशन में बनी फिल्म परदेस की टीम सिल्वर जुबली मना रही है. ऐसे में निर्देशक ने बताया है कि उन्होंने कैसे इस फिल्म की स्टारकास्ट का चुना था. सुभाष घई ने अपने आधिकारिक कू अकाउंट पर अपना एक इंटरव्यू शेयर किया है.
इस इंटरव्यू में उन्होंने कहा है, 'एक राइटर और डायरेक्टर होने के नाते मेरा सबसे पहला फोकस कैरेक्टराइजेशन पर होता है। मैंने कभी भी स्टार को देखकर किरदार नहीं लिखा. पहले मैं खुद से जज करता हूं कि किसी किरदार विशेष में स्टार फिट होता है या न्यू कमर, उसके बाद ही उसे फाइनल करता हूं. इसके मुख्य किरदार अर्जुन सागर की बात करें, जो किरदार शाहरुख खान ने निभाया है. इसकी कास्ट के लिए जब मैंने शाहरुख को बुलाया, तो मैंने उनसे एक ही बात कही, कि तुम्हें इस फिल्म में शाहरुख बनकर नहीं उतरना है. तुम्हारी दिलवाले दुल्हनिया बहुत हिट हुई है और तुम्हारा रोमांटिक किरदार सभी को बहुत पसंद आया है. जब भी तुम स्क्रीन पर किसी लड़की को पहली बार देखते हो, तो वास्तव में तुम्हें देखकर ऐसा लगता है, जैसे तुम्हें उससे प्यार हो गया है, लेकिन मेरी कहानी कुछ ऐसी है, जिसमें तुम्हें आखिरी तक प्यार वाले इस एहसास को बचाकर रखना है, नहीं तो मेरी कहानी बर्बाद हो जाएगी.
ऐसे में वास्तव में शाहरुख को शाहरुख खान से खुद को बाहर लाने में बहुत मेहनत करनी पड़ी और खास बात है कि उन्होंने की भी. इस किरदार की एक्सेसरीज कुछ ऐसी थी, जो उसे मॉडर्न होने के बावजूद भी मैच्योर दिखती थी. ऐसे में उसे जीन्स के बजाए ट्राउजर पहनने की सलाह मैंने दी, जो कहीं न कहीं फिल्म में जादू कर गई. मुझे लगता है, इस फिल्म में शाहरुख की परफॉर्मेंस उनकी बाकी सभी फिल्मों से सबसे अलग रही.
गंगा के लिए पहले माधुरी दीक्षित को किया था सेलेक्ट
कहानी का अन्य मुख्य किरदार, गंगा, जो महिमा चौधरी ने निभाया है. इसके लिए पहले मेरी योजना माधुरी को लेने की थी. माधुरी को जब यह स्क्रिप्ट सुनाई, तो उन्हें यह बहुत पसंद आई. टीम की भी यही इच्छा थी कि इस किरदार के लिए माधुरी को साइन किया जाए, लेकिन माधुरी इस फिल्म के समय तक बहुत बड़ी स्टार बन चुकी थीं. और जो किरदार गंगा का था, वह एक छोटे-से गांव की लड़की थी, जो अपने सिर के ऊपर से हवाई जहाज को जाता देख सपने बुनने लगती है कि उसे भी हवाई जहाज में बैठकर अमेरिका जाना है, और वहीं उसकी शादी भी होना चाहिए. मुझे इस किरदार में मासूमियत चाहिए थी, जो मैं स्टार्स के जरिए नहीं डाल सकता था. इसलिए महिमा चौधरी को न्यू कमर के रूप में मैंने साइन किया, ताकि इस किरदार में नयापन उभरकर सामने आए।
तीन बातें देखकर महिमा चौधरी को साइन किया
जब मैंने महिमा चौधरी का इंटरव्यू लिया था, तब वह किसी खास बात पर जोरों से हंसती थीं. इसके अलावा जो प्यार मुझे इस किरदार में चाहिए था, वह उनकी आंखों में छलकता था, क्योंकि उनकी आंखें बहुत ही खूबसूरत हैं और इसके अलावा उनकी हाइट छोटी थी. यह तीनों ही बातें महिमा चौधरी में कॉमन थी, जो मुझे कहानी की इस किरदार के लिए चाहिए थीं. वह लड़की बेहद बिंदास बात करने वाली होना चाहिए, खुलकर हंसना चाहिए और आंखों से बात करने वाली होना चाहिए, इन सभी बिंदुओं पर महिमा चौधरी ने बहुत ही बारीकी से काम किया, और खास बात यह है कि इसके लिए उन्हें फिल्म फेयर अवॉर्ड भी मिला.
कियारा आडवाणी ने अपनी हिट फिल्मों के बारे में की बात
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