Birthday Special: हिंदू परिवार में जन्मीं थीं मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान, फिर ऐसे बन गईं निर्मला से सरोज

सरोज खान बॉलीवुड की उन फेमस कोरियोग्राफर्स में से एक है जिन्होंने कई बॉलीवुड सेलिब्रिटीज को डांस सिखाया है. आज सरोज खान का जन्मदिन है सरोज खान का जन्म 22 नवंबर 1948 को नोनी सद्दू सिंह और किशन चंद सद्दू सिंह के घर हुआ था.

Birthday Special: हिंदू परिवार में जन्मीं थीं मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान, फिर ऐसे बन गईं निर्मला से सरोज

हिंदू परिवार में हुआ था सरोज खान का जन्म, जाने कैसे निर्मला से बनीं सरोज

नई दिल्ली:

मदर्स ऑफ़ डांस के नाम से मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान आज भले ही हमारे बीच ना हों लेकिन उनकी की हुई कोरियोग्राफी और उनके लिए लोगों कि दिल में प्यार अभी भी जिंदा है. सरोज खान बॉलीवुड की उन फेमस कोरियोग्राफर्स में से एक हैं जिन्होंने कई बॉलीवुड सेलिब्रिटीज को डांस सिखाया है. आज सरोज खान का जन्मदिन है  सरोज खान का जन्म 22 नवंबर 1948 को नोनी सद्दू सिंह और किशन चंद सद्दू सिंह के घर हुआ था.  जन्म के बाद प्यारी सी बेटी का नाम निर्मला रखा गया था. सरोज खान ने 3 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी. पहली बार फिल्म 'नजराना' में श्यामा के रूप में वो नज़र आई थीं. 1950 के दशक में वो बैकग्राउंड डांसर के तौर पर काम करने लगी थीं. सरोज खान का फिल्म से बहुत ही गहरा नाता है. आपको बता दें कि उन्होंने 200 से ज्यादा फिल्मों के लिए कोरियोग्राफी की है. आज उनके जन्मदिन के मौके पर आज हम आपको बताते हैं उनसे जुड़ी कुछ बेहद दिलचस्प बातें. 

 निर्मला सिंह से कैसे बनीं सरोज खान

सरोज खान ने 13 साल की उम्र में बी सोहनलाल से शादी की थी जो पहले से ही शादीशुदा थे. 14 साल की उम्र में सरोज खान ने अपने पहले बेटे राजू खान को जन्म दिया. बेटे के जन्म के बाद सरोज खान को सोहनलाल की पहली शादीशुदा जिंदगी के बारे में पता चला. बच्चों के जन्म के बाद सोहनलाल ने उन्हें अपना नाम देने से इंकार कर दिया. इन सब कठिनाइयों के बावजूद सरोज खान ने कभी हार नहीं मानी. सोहनलाल और सरोज खान के 3 बच्चे हुए जिनमें से एक बच्चे की मौत जन्म से पहले ही हो गई थी. सरोज खान ने अपने तीन दोनों बच्चों को अकेले ही पाला. इसके बाद सरोज खान ने साल 1975 में सरदार रोशन खान से शादी की. इन दोनों से उनकी एक बेटी सूकैना खान है.  सरोज खान ने खुद एक पाकिस्तानी टीवी इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने अपनी मर्जी से इस्लाम धर्म कुबूला था.  यही वजह है कि वो मुस्लिम धर्म का पालन करती थीं. 

 इस फिल्म से मिली पहचान

 करियर की शुरुआत में सरोज खान असिस्टेंट कोरियोग्राफर थीं. इसके बाद 1974 में आई फिल्म 'गीता मेरा नाम' से वह  कोरियोग्राफर बन गईं. सरोज खान को सफलता और पहचान मिस्टर इंडिया में श्रीदेवी पर फिल्माए गए गाने हवा हवाई से मिली. इस फिल्म में सफलता मिलने के बाद सरोज खान ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. डांसिंग दीवा माधुरी दीक्षित को डांस सिखाने में भी सरोज खान का अहम योगदान है. साल 2002 की 'देवदास', 2006 की  'श्रृंगाराम' और 2007 की 'जब वी मेट' के लिए सरोज खान को कोरियोग्राफी के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला था.

 कई रियलिटी शोज़ को कर चुकी हैं जज 

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 सरोज खान नई जनरेशन के लिए उनकी फेवरेट जजेस में से भी एक रही हैं. वो कई रियालिटी शोज़ में जज के तौर पर नज़र आईं.  इनमें उस्तादों के उस्ताद, नच बलिए, नच ले विद सरोज खान, बूगी वूगी और झलक दिखलाजा जैसे शोज शामिल हैं.  कोरियोग्राफी के अलावा सरोज खान माधुरी दीक्षित के साथ आखिरी बार गुलाब गैंग फिल्म में भी नजर आ चुकी है.