साल 1966 में आई फिल्म तीसरी मंजिल तो आपको याद होगी जिसमें शम्मी कपूर, आशा पारेख, प्रेम चोपड़ा और हेलेन जैसे कई बेहतरीन एक्टर्स ने काम किया था. इस फिल्म का गाना ओ हसीना जुल्फों वाली आज भी आईकॉनिक सॉन्ग है. इसमें शम्मी कपूर नजर आए थे. ये बात तो जगजाहिर है लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि इस गाने में सलमान खान के पापा भी काम कर चुके हैं. जी हां सलमान खान के पापा सलीम खान भी अपने दौर के बेहतर एक्टर, राइटर और डायरेक्टर रहे हैं. चलिए आपको बताते हैं कि शम्मी कपूर के गाने में सलीम खान किस तरह से नजर आए थे और क्या कर रहे थे.
शम्मी कपूर के गाने में ड्रम बजाते नजर आए थे सलीम खान
फिल्म तीसरी मंजिल का गाना ओ हसीना जुल्फों वाली जब शूट किया गया था तो इस गाने के बैकग्राउंड में काले रंग की ड्रेस पहने ड्रम बजाते हुए नजर आ रहा शख्स कोई और नहीं बल्कि सलमान खान के पिता सलीम खान हैं. इन्होंने तीसरी मंजिल फिल्म में रॉकी के दोस्त का किरदार निभाया था. हालांकि इस फिल्म में सलीम खान का रोल बहुत छोटा था. इसके बाद 1970 में सलीम-जावेद की जोड़ी ने भारतीय सिनेमा में क्रांति ला दी और शोले, सीता-गीता, जंजीर, दीवार, त्रिशूल जैसी कई फिल्में लिखीं. सलमान के पिता की फिल्में अब तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्मों में शामिल हैं.
शम्मी कपूर को ऐसे मिला था तीसरी मंजिल फिल्म में रोल
तीसरी मंजिल फिल्म पहले देवानंद को ऑफर की गई थी लेकिन उनके और डायरेक्टर नासिर हुसैन के बीच विवाद के बाद उन्होंने इस फिल्म को छोड़ दिया. फिर इस किरदार के लिए शम्मी कपूर से कॉन्टैक्ट किया गया तो उन्होंने डायरेक्टर से कहा कि वो इस फिल्म को तभी करेंगे जब देवानंद उन्हें खुद बताएंगे कि वह अपनी इच्छा से फिल्म में काम नहीं कर रहे हैं और उन्हें उनके काम करने से कोई आपत्ति नहीं है. इसके बाद ऐसा ही हुआ और शम्मी कपूर ने ये रोल किया और फिल्म में बेहतरीन काम किया. लेकिन फिल्म की शूटिंग के दौरान शम्मी कपूर की पत्नी गीता बाली की मौत हो गई थी. इसके चलते 3 महीने तक इस फिल्म की शूटिंग को रोकना पड़ा था.
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