रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) ने कहा है कि उनकी आने वाली फिल्म शमशेरा (Shamshera ) भाषा की बाधाओं को तोड़ते हुए पैन इंडिया फैंस से जुड़ेगी. उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि उनके पिता दिवंगत एक्टर ऋषि कपूर फिल्म देखने के लिए काश जीवित होते. 30 अप्रैल, 2020 को कैंसर से जूझने के बाद ऋषि कपूर का निधन हो गया था. शमशेरा में रणबीर एक ऐसे व्यक्ति के रोल में हैं, जिसे गुलाम बना दिया जाता है और बाद में अपने कबीले की सुरक्षा के लिए वह एक नेता बन जाता है. करण मल्होत्रा द्वारा निर्देशित इस फिल्म में संजय दत्त और वाणी कपूर भी हैं.
रणवीर ने कहा, मैं वास्तव में चाहता हूं कि मेरे पिता इस फिल्म को देखने के लिए जीवित होते. वह हमेशा अपनी आलोचनाओं को लेकर स्पष्ट रूप से ईमानदार थे, अगर उन्हें कुछ पसंद आए या पसंद ना आए, खुल कर बोलते थे. खासकर मेरे काम को लेकर. दुख की बात यह है कि वह इसे नहीं देख पाएंगे. मैं उत्साहित हूं कि मुझे इस तरह की फिल्म करने का मौका मिला.
शमशेरा से मैं निश्चित रूप से एक एक्टर के तौर पर ग्रो करना चाहता हूं. शमशेरा निश्चित रूप से उस दिशा में एक कदम है. आप बड़े दर्शकों के लिए फिल्में बनाना चाहते हैं. ऐसी कहानियां, जिनसे दर्शकों की कई पीढ़ियां जुड़ सकें. उन्होंने कहा, यह फिल्म 1800 के आस- पास की कहानी बयां करती है. इस फिल्म में संजय दत्त भी दमदार रोल में हैं.
आदित्य चोपड़ा की यह फिल्म 22 जुलाई को हिंदी, तमिल और तेलुगु में रिलीज होगी. रणबीर ने कहा कि मैं यह जानने के लिए उत्सुक हूं कि लोगों का मेरे रोल को लेकर क्या रिएक्शन आता है.
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