बॉलीवुड एक्टर पंकज त्रिपाठी पुरस्कार ग्रहण करते हुए
नई दिल्ली:
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में विजेताओं को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी और खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर पुरस्कार वितरित किये. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद सिर्फ 11 विजेताओ को ही सम्मानित किया. इस पुरस्कार समारोह में 137 लोगों को सम्मानित किया जाना था, जिसमें 75 पुरस्कार विजेता राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित न किये जाने पर समारोह पर नहीं पहुंचे. विजेताओं में दिवंगत विनोद खन्ना को मिला दादासाहेब फाल्के अवार्ड उनके बेटे अक्षय खन्ना लेने आए तो दिवंगत श्रीदेवी के स्थान पर बोनी अपनी बेटियों जान्हवी और खुशी के साथ पुरस्कार लेने पहुंचे.
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बता दें कि राष्ट्रपति के सिर्फ 11 लोगों को सम्मानित करने को लेकर काफी हंगामा मचा हुआ है और कुछ कलाकारों ने इसका विरोध किया है. दिव्या दत्ता को 'इरादा' फिल्म के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के अवार्ड से नवाजा गया. गणेश आचार्य को 'टॉयलेटः एक प्रेम कथा' के 'गोरी तू लट्ठ मार' के लिए बेस्ट कोरियोग्राफर का पुरस्कार मिला. ये उनका दूसरा राष्ट्रीय पुरस्कार है. पंकज त्रिपाठी को 'न्यूटन' के लिए स्पेशल मेंशन नेशनल अवार्ड मिला.
अपने पिता विनोद खन्ना को मरणोपरांत मिला दादा साहेब फाल्के पुरस्कार ग्रहण करने के लिए आज राष्ट्रीय राजधानी में मौजूद अभिनेता अक्षय खन्ना ने कहा कि यह उनके परिवार के लिए खुशी और गम दोनों का पल है. उन्होंने कहा, ''हम एक परिवार के रूप में बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. यह हमारे लिए खुशी और गम दोनों का पल है. काश मेरे पिता यह पुरस्कार लेने के लिए यहां होते. मुझे उनकी कमी खल रही है. यह हमारे लिए जज्बातों से भरा दिन है.'' समारोह में 'मॉम' फिल्म के अभिनेता अपनी सौतेली मां कविता दफ्तरी के साथ आए थे.
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विनोद खन्ना का पिछले साल 27 अप्रैल को निधन हो गया था. वह कैंसर से पीड़ित थे. 1968 में आयी फिल्म ‘मन का मीत’ से करियर की शुरूआत करने वाले अभिनेता की आखिरी फिल्म शाहरूख खान अभिनीत ‘दिलवाले’ थी. खन्ना राजनीति में भी सक्रिय थे और चार बार लोकसभा चुनाव जीते थे. वह केंद्रीय मंत्री भी रहे. फिल्म करियर की शुरूआत नकारात्मक भूमिकाओं से करने के बाद खन्ना हिंदी फिल्मों में नायक की भूमिकाओं में नजर आने लगे.
नायक के रूप में उनकी पहली फिल्म ‘हम तुम और वो’ थी. उनकी प्रमुख फिल्मों में ‘ऐलान’, ‘मेरा गांव मेरा देश’, ‘मेरे अपने’, ‘परवरिश’, ‘जमीर’, ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘हेराफेरी ’, ‘खून पसीना’ सहित अन्य शामिल हैं.
(इनपुट भाषा से भी)
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#PresidentKovind confers the Best Actress Award to Late Smt. Sridevi for the haunting portrayal of a mother whose daughter is gang raped in the movie Mom#NationalFilmAwards pic.twitter.com/IfP3iamyWi
— PIB India (@PIB_India) May 3, 2018
बता दें कि राष्ट्रपति के सिर्फ 11 लोगों को सम्मानित करने को लेकर काफी हंगामा मचा हुआ है और कुछ कलाकारों ने इसका विरोध किया है. दिव्या दत्ता को 'इरादा' फिल्म के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के अवार्ड से नवाजा गया. गणेश आचार्य को 'टॉयलेटः एक प्रेम कथा' के 'गोरी तू लट्ठ मार' के लिए बेस्ट कोरियोग्राफर का पुरस्कार मिला. ये उनका दूसरा राष्ट्रीय पुरस्कार है. पंकज त्रिपाठी को 'न्यूटन' के लिए स्पेशल मेंशन नेशनल अवार्ड मिला.
अपने पिता विनोद खन्ना को मरणोपरांत मिला दादा साहेब फाल्के पुरस्कार ग्रहण करने के लिए आज राष्ट्रीय राजधानी में मौजूद अभिनेता अक्षय खन्ना ने कहा कि यह उनके परिवार के लिए खुशी और गम दोनों का पल है. उन्होंने कहा, ''हम एक परिवार के रूप में बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. यह हमारे लिए खुशी और गम दोनों का पल है. काश मेरे पिता यह पुरस्कार लेने के लिए यहां होते. मुझे उनकी कमी खल रही है. यह हमारे लिए जज्बातों से भरा दिन है.'' समारोह में 'मॉम' फिल्म के अभिनेता अपनी सौतेली मां कविता दफ्तरी के साथ आए थे.
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विनोद खन्ना का पिछले साल 27 अप्रैल को निधन हो गया था. वह कैंसर से पीड़ित थे. 1968 में आयी फिल्म ‘मन का मीत’ से करियर की शुरूआत करने वाले अभिनेता की आखिरी फिल्म शाहरूख खान अभिनीत ‘दिलवाले’ थी. खन्ना राजनीति में भी सक्रिय थे और चार बार लोकसभा चुनाव जीते थे. वह केंद्रीय मंत्री भी रहे. फिल्म करियर की शुरूआत नकारात्मक भूमिकाओं से करने के बाद खन्ना हिंदी फिल्मों में नायक की भूमिकाओं में नजर आने लगे.
नायक के रूप में उनकी पहली फिल्म ‘हम तुम और वो’ थी. उनकी प्रमुख फिल्मों में ‘ऐलान’, ‘मेरा गांव मेरा देश’, ‘मेरे अपने’, ‘परवरिश’, ‘जमीर’, ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘हेराफेरी ’, ‘खून पसीना’ सहित अन्य शामिल हैं.
(इनपुट भाषा से भी)
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