फिल्म इंडस्ट्री में हीरो हीरोइन और विलेन के अलावा अगर किसी का दमदार रोल होता है तो वो है कॉमेडियन. खासकर साठ और सत्तर के दशक में कई ऐसे मशहूर कॉमेडियन आए जिन्होंने अपनी कॉमिक टाइमिंग से लोगों के दिलों पर दशकों तक राज किया. ऐसे ही शानदार कॉमेडियन थे महमूद साहब. महमूद अली ने अपने बॉलीवुड करियर में कॉमेडी के बादशाह के तौर पर अपनी जगह बनाई. हर फिल्म में वो जबरदस्त रूप से लोगों को हंसाते थे. लेकिन एक ऐसी भी फिल्म रही है जिसमें महमूद ने लोगों को हंसाने की बजाय जार जार रोने को मजबूर कर दिया. महमूद ने इस फिल्म का डायरेक्शन खुद किया था और इस फिल्म के इमोशन लोगों को अंदर तक भिगो गए.
अपने बेटे को लेकर महमूद ने बनाई थी इमोशनल फिल्म
जी हां बात हो रही है महमूद के डायरेक्शन में बनी पहली फिल्म कुंवारा बाप की. ये फिल्म 1974 में आई थी और पिछले साल इसे रिलीज हुए 50 साल हो गए. कहते हैं कि कॉमेडी के लिए मशहूर महमूद ने अपने डायरेक्शन में बनी पहली फिल्म को खास संदेश के साथ बनाया. फिल्म पोलियोग्रस्त बच्चे और उसकी देखरेख करने वाले एक रिक्शेवाले पर बनी थी. फिल्म में बाप बेटे के रिश्ते को बहुत ही प्यारे और इमोशनल रूप में दिखाया गया था. कहते हैं कि महमूद के सात बच्चों में एक बच्चा पोलियो का शिकार था और उसी के लिए महमूद ने ये फिल्म बनाई. खास बात ये थी कि फिल्म में जो पोलियो ग्रस्त बच्चे का किरदार भी महमूद के उसी बेटे यानी मैकी ने ही निभाया था. उनके छोटे बेटे लकी अली भी इस फिल्म में दिखे थे.
फिल्म देखकर लोग रोने को हो गए थे मजबूर
कुल मिलाकर फिल्म इतनी शानदार बनी थी कि उस साल इसे काफी पसंद किया गया. फिल्म में महमूद और उनके बेटे के बीच जबरदस्त इमोशनल सीन थे. फिल्म के आखिर में जब महमूद के किरदार की मौत होती है तो दर्शक सिनेमा हॉल में अपने आंसू नहीं रोक पाए थे. फिल्म पोलियो के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए बनी थी और इसलिए बॉलीवुड के कई बड़े कलाकारों ने फिल्म में काम किया जिनमें अमिताभ बच्चन, संजीव कुमार, धर्मेंद्र, हेमा मालिनी जैसे लोग शामिल थे.
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