
बॉलीवुड साल 2025 में सिर्फ एक हिट फिल्म दे सका है और वह है छावा. इसके बाद से बॉलीवुड एक अदद हिट फिल्म के लिए तरस रहा है. जबकि साउथ में एक ऐसी भी इंडस्ट्री है जिसने एक महीने के अंदर ही चार हिट फिल्में दे दी हैं. ये है मलयालम फिल्म इंडस्ट्री. अगर पिछले एक महीने का रिकॉर्ड देखें तो जहां बॉलीवुड और मलयालम सिनेमा में कई फिल्में आईं. लेकिन बॉलीवुड कामयाबी का स्वाद नहीं चख सका और मलयालम सिनेमा में चार फिल्में कामयाबी का परचम लहराने में कामयाब रहीं.
बॉलीवुड का हाल बेहाल
पहले एक नजर बॉलीवुड की एक महीने की पांच अहम फिल्मों पर डालते हैं. इसमें पहला नाम 30 अप्रैल को रिलीज हुई सलमान खान की सिकंदर का आता है. 200 करोड़ के बजट वाली भाईजान की फिल्म ने 182 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया. इसके बाद 10 अप्रैल को सनी देओल की जाट रिलीज हुई. 80 करोड़ की ये फिल्म अभी तक 115 करोड़ रुपये का ग्रॉस कलेक्शन कर चुकी है. ये भी एवरेज ही है. 18 अप्रैल को अक्षय कुमार केसरी 2 लेकर आए. लेकिन यहां भी निराशा ही हाथ लगी. 150 करोड़ के अनुमानित बजट वाली फिल्म बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ रुपये ही कमा सकी है. 25 अप्रैल को इमरान हाशमी की ग्राउंड जीरो और प्रतीक गांधी की फुले रिलीज हुईं, लेकिन दोनों ही बेअसर रहीं. इस तरह मार्च भी बॉलीवुड के लिए अच्छा नहीं रहा है.
मलयालम सिनेमा की बल्ले बल्ले
अब रुख करते हैं मलयालम सिनेमा का. 27 मार्च को मोहनलाल की फिल्म एल 2: एम्पुरान रिलीज हुई और 150 करोड़ की इस फिल्म ने 268 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया. फिर हिट हो गई. फिर् आई 10 अप्रैल इस दिन दो फिल्में रिलीज हुईं. एक आलाप्पुड़ा जिमखाना जिसमें नसलेन नजर आए और 12 करोड़ के बजट में फिल्म अब तक 67 करोड़ रुपये की कमाई कर चुकी है. फिल्म ब्लॉकबस्टर रही है. नस्लेन की 2024 में आई प्रेमालु भी ब्लॉकबस्टर रही थी. इसने 10 करोड़ रुपये में 136 करोड़ रुपये कमाए थे. दूसरी फिल्म मरणामास है. बेसिल जोसफ की 10 करोड़ रुपये की ये फिल्म अभी तक 20 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन कर चुकी है और इसका सफर बॉक्स ऑफिस पर जारी है. फिर 25 अप्रैल का वो दिन आया जब मोहनलाल की एक महीने में दूसरी फिल्म रिलीज हुई. ये फिल्म थुडरूम है. इस फिल्म ने तो उनके फैन्स की दीवानगी को सातवें आसमान पर ही पहुंचा दिया. 30 करोड़ की मोहनलाल की ये फिल्म चार दिन में बॉक्स ऑफिस पर लगभग 80 करोड़ रुपये का वर्ल्डवाइड ग्रॉस कलेक्शन कर चुकी है.
बॉलीवुड वर्सेज मलयालम सिनेमा
अब अगर कॉन्टेंट पर नजर डालें तो जहां बॉलीवुड कुछ भी नया दे पाने में नाकाम रहा है, वहीं मलयालम सिनेमा ने कुछ इस तरह कहानियां पेश की हैं जो हम अभी तक हॉलीवुड से देखा करते थे. फिर चाहे वो सीरियल किलर की कहानी हो, या गैंगस्टर की या फिर एक एम्बेसेडर कार को लेकर रची गई थ्रिलर फिल्म. कहानी, डायरेक्शन और एक्टिंग के मामले में मलयालम सिनेमा आगे रहा. मलयालम सिनेमा ने दिखा दिया कि कहानी और एक्टिंग के दम पर किस तरह से दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचा जा सकता है. वहीं बॉलीवुड दर्शकों को पुराना मसाला परोसने में व्यस्त है.
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