Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र के राजनीति संकट पर तुम्हारी सुलु के प्रोड्यूसर ने किया रिएक्ट, कहा- उद्धव ठाकरे राज्य के बहुत अच्छे सीएम

इन दिनों महाराष्ट्र की राजनीति में काफी हलचल देखने को मिल रही है. यहां मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सरकार पर संकट मंडराया हुआ है. महाराष्ट्र कैबिनेट मंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के मिलकर सरकार के कई विधायक बागी हो गए हैं.

Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र के राजनीति संकट पर तुम्हारी सुलु के प्रोड्यूसर ने किया रिएक्ट, कहा- उद्धव ठाकरे राज्य के बहुत अच्छे सीएम

नई दिल्ली:

इन दिनों महाराष्ट्र की राजनीति में काफी हलचल देखने को मिल रही है. यहां मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सरकार पर संकट मंडराया हुआ है. महाराष्ट्र कैबिनेट मंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के मिलकर सरकार के कई विधायक बागी हो गए हैं.  इसके बाद से महाराष्ट्र की सियासत दो गुट एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे में बंट गई है. इस पूरे घटनाक्रम में एकनाथ शिंदे काफी मजबूत दिखाई दे रहे हैं. वहीं उद्धव ठाकरे बागी विधायकों को मनाने में हर संभव कोशिश कर रहे हैं. 

इस बीच बॉलीवुड के मशहूर प्रोड्यूसर अतुल कस्बेकर ने महाराष्ट्र में मचे सियासी उथल-पुथल पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए अपने विचार रखे हैं. अतुल कस्बेकर ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, सच कहूं तो उद्धव ठाकरे मेरे राज्य और शहर के लिए बहुत अच्छे सीएम रहे हैं. किसी की राजनीतिक संबद्धता के बावजूद, यह साफ तौर से स्पष्ट होना चाहिए, अनिच्छा से या अन्यथा. अगर उन्हें इस तरह से हटा दिया जाता है तो यह वास्तव में महाराष्ट्र के लिए एक दया और उपहास की बात होगी.

सोशल मीडिया पर अतुल कस्बेकर का यह ट्वीट वायरल हो रहा है. उनके फैंस सहित तमाम सोशल मीडिया यूजर्स ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. आपको बता दें कि 40  से अधिक विधायकों के साथ गुवाहाटी के होटल में डेरा डाले शिंदे ने मांग की है कि शिवसेना को कांग्रेस और एनसीपी से गठबंधन खत्म कर लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि शिवसेना के नेताओं ने ढाई वर्ष के गठबंधन के शासन के दौरान काफी कुछ सहा है. 

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इससे पहले बुधवार को ठाकरे के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. उन्होंने 18 मिनट लंबे वेबकास्ट में विद्रोही नेताओं व आम शिवसैनिकों से भावुक अपील की. उन्होंने अनुभवहीन होने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि पिछले साल के अंत में रीढ़ की सर्जरी के कारण वह लोगों से ज्यादा नहीं मिल सके. उन्होंने कहा कि अगर शिवसैनिकों को लगता है कि वह (ठाकरे) पार्टी का नेतृत्व करने में सक्षम नहीं हैं तो वह शिवसेना के अध्यक्ष का पद भी छोड़ने के लिए तैयार हैं.