माधुरी दीक्षित अपने तकरीबन 4 दशक लंबे करियर में कुछ ज़बरदस्त परफॉर्मेंस दी हैं. हालांकि अब उन्होंने डायरेक्शन में हाथ आज़माने के अपने प्लान के बारे में बात की है. IANS से खास बातचीत में माधुरी ने बताया कि हालांकि उनके पास बहुत अनुभव है, लेकिन फिलहाल वह डायरेक्शन के लिए खुद को तैयार महसूस नहीं करतीं. उनसे पूछा गया, "एक एक्टर के तौर पर आपने कई प्रोजेक्ट किए हैं. आज महिला डायरेक्टर भी बहुत अच्छा काम कर रही हैं. क्या आपका भी डायरेक्शन में आने का कोई ऐसा प्लान है?"
इस पर माधुरी ने IANS से कहा, "हां, बहुत से लोग मुझसे यह पूछते हैं, क्योंकि मैं 40 सालों से काम कर रही हूं. इसलिए मेरे पास काफी अनुभव है, क्योंकि मैंने इतने सारे डायरेक्टर को देखा है. उनके साथ काम किया है, उनसे सीखा है. लेकिन मुझे लगता है कि मुझे इसके लिए तैयार होना होगा और अभी मैं तैयार नहीं हूं, लेकिन शायद कभी." बातचीत के दौरान माधुरी ने अपनी पहली फिल्म "अबोध" से लेकर "मिसेज देशपांडे" तक फिल्म मेकिंग के बदलाव पर भी बात की.
'धक धक' गर्ल ने बताया कि आजकल चीजें बहुत ज़्यादा ऑर्गनाइज़्ड हैं, जो पहले नहीं था. उन्होंने शेयर किया, "मुझे लगता है कि उस समय सिर्फ पांच या छह बहुत ऑर्गनाइज़्ड प्रोड्यूसर थे. जैसे यश चोपड़ा, बी आर चोपड़ा, सुभाष घई, राजश्री प्रोडक्शंस और कुछ और. बाकी सब काफी अनऑर्गनाइज़्ड था. आज यह बहुत ऑर्गनाइज़्ड है. उस समय हम ज़्यादातर स्पॉन्टेनिटी पर निर्भर रहते थे. आज हम एक रोल के लिए तैयारी कर सकते हैं. आपको स्क्रिप्ट मिलती है, साथ ही RVs जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं. जहां आप हर शॉट के बाद आराम कर सकते हैं या तैयार हो सकते हैं. उस समय हमारे पास यह सब नहीं था. हम धूप में बैठते थे, सिर पर छाता लेकर."
"तो, बहुत सी चीजें हैं, जहां एक्टर के आराम का ख्याल रखा जाता है. इसलिए भी, क्योंकि कैरेक्टर इतना तैयार होता है कि आपको पता होता है कि आप क्या पहनने वाले हैं. आपको पता होता है कि आपका लुक कैसा होगा, हम रोल के लिए बहुत तैयारी करते हैं, हमारी रीडिंग होती है, जो पहले कभी नहीं होती थी."
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