विज्ञापन

‘Puberty एक इमोशनल फेज, टीनेजर्स के लिए...कुशा कपिला ने लड़कियों को दी ये सलाह

सोहा के पॉडकास्ट ऑल अबाउट हर में, कुशा ने बताया कि Puberty के बारे में खुलकर बातचीत करना इतना ज़रूरी क्यों है...

‘Puberty एक इमोशनल फेज, टीनेजर्स के लिए...कुशा कपिला ने लड़कियों को दी ये सलाह
कुशा ने बताया कि Puberty के बारे में खुलकर बातचीत की
नई दिल्ली:

एक्ट्रेस और कंटेंट क्रिएटर कुशा कपिला ने अभिनेत्री सोहा अली खान के साथ प्यूबर्टी को लेकर चर्चा की और कहा कि ये एक भावात्मक समय होता है. सोहा के पॉडकास्ट ऑल अबाउट हर में, कुशा ने बताया कि यौवन (Puberty) के बारे में खुलकर बातचीत करना इतना ज़रूरी क्यों है और बताया कि शारीरिक बदलावों और सामाजिक दबावों के कारण टीनेजर्स के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण समय हो सकता है. कुशा ने कहा: "मुझे भी लगता है कि यौवन (Puberty) किसी भी किशोरी के लिए एक बहुत ही भावुक समय होता है, खासकर इसलिए क्योंकि आपका चेहरा बदल रहा होता है, आपका शरीर बदल रहा होता है, आपका रूप पूरी तरह से बदल रहा होता है. कुछ किशोरियों के स्तन शायद अपनी क्लासमेट की तुलना में जल्दी विकसित हो जाते हैं." उन्होंने याद किया कि जब वह "10 या 11 साल की थीं", तो वह "दूसरी लड़कियों की तुलना में ज़्यादा मिच्योर" दिखने लगीं, इसलिए मैं इसे लेकर थोड़ी सचेत थी."

डराने वाला होता है ये वक्त

उन्होंने आगे कहा, "इसके अलावा, यह किसी भी टीनेजर के लिए बहुत डरावना समय होता है क्योंकि उन्हें इस बात का बहुत ध्यान रखना होता है कि वे किससे बातचीत कर रहे हैं. मुझे याद है कि मैं अपनी सहेलियों के साथ गोवा गई थी और कुछ लड़कियों ने मुझसे मेरी उम्र के बारे में पूछा और मैंने झूठ बोला कि मैं उनसे 2 साल बड़ी हूं. क्योंकि मैं 10 से 11 साल की दिखती थी. इसलिए किशोरों के लिए यह बहुत चुनौतीपूर्ण समय हो सकता है."

पीरियड्स पर कुशा की राय

कुशा ने कहा कि आज भी बहुत सी लड़कियां असुरक्षित महसूस करती हैं. उन्होंने कहा, "आज भी मेरा एक पेज है जहां मैं महिलाओं को बताती हूं कि उन्हें अंदर क्या पहनना चाहिए. स्कूल जाने वाली लड़कियां मुझसे पूछती हैं कि उन्हें अपनी कमीज़ के नीचे क्या पहनना चाहिए."

"पीरियड्स का फेज, फॉलिक्युलर फेज वगैरह जो होता है और हमारे वो 4-5 दिन काफी भारी होते हैं. और ज़ाहिर है कोई हमसे ये नहीं पूछ सकता—'क्या आपके पीरियड्स चल रहे हैं?' और पुरुष ऐसा नहीं कर पाते, खासकर वर्कप्लेस पर. लेकिन हम अपने हार्मोन्स से काफ़ी जूझ रहे होते हैं. खासकर अगर आपको पीसीओडी वगैरह हो. तो हम समझ सकते हैं कि ये उतार-चढ़ाव कितना मुश्किल हो सकता है."

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com