
करण जौहर स्पॉटलाइट में हमेशा से रहे हैं. उन्हें उनकी फिल्मों के लिए जाना जाता है. लेकिन हाल ही में उन्होंने ऐसा वेट लॉस किया कि फैंस ही नहीं ट्रोलर्स का भी ध्यान निर्माता-निर्देशक पर चला गया. यहां तक कि कहा गया कि 20 किलो वजन घटाने के लिए करण जौहर ने ओजेम्पिक का सहारा लिया है. लेकिन उनका ये ट्रांस फॉर्मेशन OMAD (वन मील अ डे) के जरिए आया है. हाल ही में राज शमानी के साथ इंटरव्यू में करण जौहर ने ओज़ेम्पिक जैसी दवाओं के इस्तेमाल के बारे में चल रही चर्चा के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि अगर उन्होंने इसका इस्तेमाल किया होता, तो शायद वे इससे पैसे कमाते.
आगे उन्होंने कहा, हालांकि, जिस चीज़ ने उनकी वास्तव में मदद की, वह थी OMAD - एक कठिन लेकिन परिवर्तनकारी बदलाव, जिसने 52 वर्षों के बाद उनके शरीर में महसूस करने के तरीके को बदल दिया. फ़िल्म निर्माता ने इस बात को साफ कर दिया कि उन्होंने अपने इस बदलाव का श्रेय OMAD लाइफस्टाइल को दिया, जिसका उन्होंने सात महीने तक पालन किया. उनका एक दिन का खाना रात 8:30 बजे कियाऔर उन्होंने अपनी प्लेट से लैक्टोज, ग्लूकोज और ग्लूटेन को पूरी तरह से हटा दिया.
थायरॉइड की समस्या से जूझ रहे किसी व्यक्ति के लिए - एक ऐसी स्थिति जो आम तौर पर मेटाबोलिज्म को धीमा कर देती है - यह तरीका चैलेंज से कम नहीं था. करण ने बॉडी डिस्मॉर्फिया के साथ अपनी लंबे समय से चली आ रही लड़ाई का भी जिक्र किया, जिसने वजन कम करना न केवल एक शारीरिक आवश्यकता बल्कि एक भावनात्मक मील का पत्थर था. जो लोग नहीं जानते उन्हें बता दें कि OMAD का मतलब है वन मील अ डे यानी जहां खाना 24 घंटों में सिर्फ एक भोजन तक सीमित होता है. करण के लिए, वह भोजन रात 8:30 बजे था.
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