
कंगना रनौत ने इंडस्ट्री के पुरुष अभिनेताओं पर अपने विचार शेयर किए हैं. उन्होंने कहा कि ज़्यादातर पुरुष अभिनेता असभ्य होते हैं और बताया कि कैसे उन्होंने फिल्म सेट पर दुर्वव्यवहार बर्दाश्त नहीं किया.हॉटरफ्लाई के साथ हाल ही में एक इंटरव्यू में जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें कभी को एक्टर्स से अनुचित व्यवहार का सामना करना पड़ा है तो कंगना ने जवाब दिया, "मैंने ज़्यादा हीरोज़ के साथ काम ही नहीं किया है. बदतमीज़ बहुत हैं हीरोज़." अपने बयान को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा, "सिर्फ मैं सेक्शुअल तरीके से नहीं बोल रही हूं. देर आना सेट पर, बदतमीजियां करना, हीरोइन को नीचा दिखाना, साइडलाइन करना, छोटी वैन देना... मुझे काफी परेशानी भी हुई, क्योंकि मैं वहां चीजों से ओके नहीं थी जबकी ज्यादातर लड़कियां ठीक है, तो उनको लगा कि इसको क्यों इतना घमंड है.
देर से आना, बुरा व्यवहार करना, हीरोइन को नीचा दिखाना, उन्हें दरकिनार करना, उन्हें एक छोटी सी वैन देना जैसी चीजें - मुझे इस संबंध में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा. मेरे खिलाफ दायर किए गए मामलों को देखें. उन्होंने सोचा कि मैं इतना घमंडी क्यों हूं. कंगना ने अनुराग बसु द्वारा निर्देशित और महेश भट्ट द्वारा निर्मित 'गैंगस्टर' (2006) से बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की.
इसके बाद उन्होंने 'वो लम्हे' (2006), 'लाइफ इन अ मेट्रो' (2007) में काम किया और बाद में मधुर भंडारकर की 'फैशन' (2008) से अपने करियर की एक बड़ी उपलब्धि हासिल की, जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला. 'क्वीन' (2014) और 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' (2015) के लिए उन्हें काफी सराहा गया.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं