
Jolly LLB 3 Movie Review: 19 सितंबर वो दिन है जब भारत समेत पूरी दुनिया में आईफोन 17 (Iphone 17) की धमक सुनाई दे रही है. हर कोई चाहता है आईफोन को अपने हाथ में लेना. सोशल मीडिया पर वीडियो और फोटो शेयर हो रही हैं. हर जगह सुर्खियों में हैं तो आईफोन. लेकिन 19 सितंबर इस मामले में भी जरूरी हो जाता है कि इस दिन एक ऐसी फिल्म रिलीज हुई है, जिसने उन लोगों की बात की है जिनकी बात हिंदी सिनेमा में कहीं हाशिये पर पहुंच चुकी है. जिनके दर्द को रीमेक के शोर के बीच कहीं नीचे दब चुका है. जिनका संघर्ष आए दिन खबरों में आता है लेकिन जेहन में नहीं रहता. हम बात कर रहे हैं 'जॉली एलएलबी 3 (Jolly LLB 3 Review)' फिल्म की. इस बार एक साथ दो जॉली (अक्षय कुमार और अरशद वारसी) आए हैं और सुभाष कपूर ने उनके साथ दर्शकों के सामने वो विषय पेश किया जो सोचने पर मजबूर करता है. उन घावों को कुरेदता है, जिन पर हमारी नजर नहीं जाती. फिर बहुत ही आसानी से मनोरंजन करते हुए काम की बात कह जाता है. आइए जानते हैं कैसी 'जॉली एलएलबी 3'...
जॉली एलएलबी 3 की स्टोरी
जॉली एलएलबी 3 की कहानी परसौल नाम के एक गांव की है जिसकी जमीनों पर एक उद्योगपति कब्जा करके 'बीकानेर टू बोस्टन' के अपने सपने को पूरा करने चाहता है. वो किसानों की भूमि को अपने कब्जे में लेने के लिए साम दाम दंड भेद हर हथकंडे को अपनाता है. लेकिन जानकी नाम की एक महिला उसके खिलाफ आवाज उठाती है. कोर्ट पहुंचती है. वहां कोर्ट में दोनों जॉली अक्षय कुमार और अरशद वारसी उसका केस लड़ते हैं. इस तरह कोर्टरूम ड्रामा है. एक ऐसा विषय है जो सिनेमा को मजबूती प्रदान करता है. बेशक कहानी में कई झोल हो सकते हैं, लेकिन जिस तरह से सुभाष कपूर ने पूरे विषय को पेश किया है, वही इस फिल्म को मैसेज देने के साथ ही मजबूत एंटरटेनर भी बनाता है. एक और बात फिल्म के शुरू में ही बता दिया जाता है कि फिल्म कहानी 2011 की भट्टा परसौल की घटना से प्रेरित है.
जॉली एलएलबी 3 का डायरेक्शन
सुभाष कपूर ने दिखा दिया है कि किस तरह मनोरंजन के साथ एक मजबूत संदेश दिया जा सकता है. फिल्म की रिलीज का दिन भी काफी माकूल है. एक तरफ आईफोन और दूसरी तरफ जमीन खोता किसान. डायरेक्शन सधा हुआ है. बेशक कहानी में कई झोल हैं, लेकिन विषय ने इस कमी को दूर कर दिया है. इस फिल्म के दो सीन रोंगटे खड़े कर देते हैं. पहला एक किसान की आत्महत्या का और दूसरा उसकी विधवा का केस जीतकर भी सबकुछ हार जाने वाला रोना है. इस तरह सुभाष कपूर इस विषय को पेश करने में पूरी तरह से कामयाब रहे हैं.
जॉली एलएलबी 3 एक्टिंग
‘जॉली एलएलबी' फ्रेंचाइजी की पहली फिल्म साल 2013 में रिलीज हुई थी, जिसमें अरशद वारसी, बोमन ईरानी, अमृता राव और सौरभ शुक्ला अहम रोल में नजर आए थे. जबकि दूसरा पार्ट 2017 में रिलीज हुआ था, जिसमें अक्षय कुमार, हुमा कुरैशी, अन्नू कपूर और कुमुद मिश्रा जैसे सितारे भी नजर आए थे. लेकिन अब तीसरे पार्ट 'जॉली एलएलबी 3' में अक्षय और अरशद के साथ सौरभ शुक्ला, अमृता राव, हुमा कुरैशी, सीमा बिस्वास और गजराज राव अहम किरदार में नजर आ रहे हैं. अक्षय कुमार ने दिखा दिया है कि अगर डायरेक्टर चाहे तो उनसे शानदार काम करवा सकता है. जॉली उसकी मिसाल है. सौरभ शुक्ला का कोई तोड़ नहीं. गजराज सिंह के एक्सप्रेशन परफेक्ट हैं. लेकिन सीमा बिस्वास ने जो किया है, वह उनके किरदार को गहराई देता है.
जॉली एलएलबी 3 वर्डिक्ट
अगर आप ऐसी फिल्म देखना चाहते हैं जो मजबूत कहानी कहने के साथ ही मैसेज भी देती है. समाज की हकीकत को भी दिखाती है और सोचने को मजबूर करती है तो यह 'जॉली एलएलबी 3' है. शानदार कहानी, सधे हुए डायरेक्शन और मजेदार एक्टिंग इस फिल्म की यूएसपी है.
रेटिंग: 3.5 स्टार
डायरेक्टर: सुभाष कपूर
कलाकार: अक्षय कुमार और अरशद वारसी के साथ सौरभ शुक्ला, अमृता राव, हुमा कुरैशी, सीमा बिस्वास और गजराज राव
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं