खतरनाक कोरोनावायरस माहमारी (Coronavirus Pandemic) के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन (Lockdown) जारी है. ऐसे में दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीग-ए-जमात में हिस्सा लेने के लिए 2,000 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए थे. इसमें मलेशिया, इंडोनेशिया, सऊदी अरब और किर्गिस्तान से आए लोग शामिल थे. हालांकि, अब अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष ताहिर महमूद (Tahir Mahmood) ने दारुल उलूम देवबंद (Darul ulum Deoband) से कहा है कि जब तक कोरोना (Corona) संकट है तब तक सभी मस्जिदों को बंद करने के लिए फतवा दें, अब इस पर लेखक जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने ट्वीट किया है.
Tahir Mehmood Saheb an scholar n the Ex chairman of the minority commision has asked Darul ulum Deoband to give a Fatwa to close all the mosques till corona crisis is there. I totally support his demand If Kaaba n the mosque in Madina canbe closed down why not Indian mosques
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) March 30, 2020
जावेद अख्तर (Javed Akhtar Twitter) ने ट्वीट करते हुए लिखा, "ताहिर महमूद साहब एक विद्वान और अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष ने दारुल उलूम देवबंद से कहा है कि जब तक कोरोना संकट है तब तक सभी मस्जिदों को बंद करने के लिए फतवा दें. मैं उनकी मांग का पूरी तरह से समर्थन करता हूं. अगर काबा और मदीना में मस्जिदों को बंद किया जा सकता है तो भारतीय मस्जिदों को क्यों नहीं."
जावेद अख्तर (Javed Akhtar) के इस ट्वीट पर लोग खूब कमेंट कर रहे हैं और अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. बता दें, निजामुद्दीन मरकज़ में शामिल होने वाले 6 लोगों की तेलंगाना में कोरोनावायरस (Coronavirus) से मौत हो गई है, वहीं अंडमान में 10 संक्रमितों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. अब तक देश में कोरोनावायरस से 32 लोगों की जान जा चुकी है, वहीं, 1251 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं.
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