लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की जा रही है. लेकिन कई राज्यों में प्रवासी मजदूरों को इसका किराया खुद देना पड़ेगा. इस बात को लेकर हाल ही में जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने ट्वीट किया है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. अपने ट्वीट में जावेद अख्तर ने लिखा कि अगर भारतीय सरकार और उसके राज्यों ने रेलवे टिकट के लिए बेघर और असहाय प्रवासी, भूख से मर रहे बेरोजगारों को चार्ज करने का फैसला किया है तो कुछ विश्वसनीय एनजीओ को उनकी यात्रा में भुगतान करने में मदद करनी चाहिए.
Since the govt of Indian and its states have decided to charge the unemployed starving homeless and helpless migrant worker for the railway ticket . Let some credible NGO raise funds to help these migrant workers to pay for their travel . We all will donate for this cause.
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) May 4, 2020
जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने अपने ट्वीट में कहा कि हम सब भी इस चीज के लिए दान करेंगे. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, "चूंकि भारतीय सरकार और उसके राज्यों ने रेलवे टिकट के लिए बेघर और असहाय प्रवासी श्रमिक, भूख से मर रहे बेरोजगारों से चार्ज लेने का फैसला किया है. ऐसे में कुछ विश्वसनीय एनजीओ को इन प्रवासी श्रमिकों की यात्रा के भुगतान में मदद करने के लिए धन जुटाने दें. हम सब भी इसमें दान करेंगे." बता दें कि महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक को छोड़कर विभिन्न राज्य सरकारों ने भुगतान किया है.
जावेद अख्तर (Javed Akhtar) अपने विचारों को लेकर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. समसामयिक मुद्दों पर अपनी राय बेबाकी से पेश करना भी जावेद अख्तर को बखूबी आता है. वहीं, रेल किराए की बात करें तो विवाद सोमवार को तब पैदा हुआ जब कई विपक्षी दलों ने प्रवासी श्रमिकों से ट्रेन टिकट के पैसे नहीं लिए जाने की मांग की. कांग्रेस ने ऐसे प्रवासियों के लिए भुगतान करने की पेशकश की. रेल किराए को लेकर पैदा विवाद के बीच भाजपा ने कहा कि रेलवे पहले ही यात्रा लागत का 85 प्रतिशत वहन करते हुए सब्सिडी पर टिकट मुहैया करा रहा है.
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