
बॉलीवुड को ऐसी फिल्म इंडस्ट्री के तौर पर देखा जाता है जहां बहुत ही कम फिल्मों में डीप रिसर्च होती है और कास्टिंग लीक से हटकर होती है. वर्ना हर फिल्म में बड़े सितारों के चक्कर में कॉन्टेंट और कहानी दोनों का ही कचरा कर लिया जाता है. अब साउथ और नॉर्थ के कल्चर को लेकर बनाई गई फिल्म परम सुंदरी को ही लीजिए. इसमें सिद्धार्थ मल्होत्रा और जाह्नवी कपूर जैसे सितारे नजर आ रहे हैं. खूब पैसा भी खर्च किया हुआ नजर आ रहा है. लेकिन ट्रेलर को देखने के बाद एकदम से जेहन में यही बाध कौंध जाती है कि आखिर क्यों नहीं चीजों को सही ढंग से करने के लिए पैसा खर्च किया जाता. अब सोशल मीडिया पर भी जाह्नवी कपूर के मलयाली उच्चारण और जिस तरह से उन्हें पेश किया गया है, उसे लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं.
जाह्नवी कपूर को लेकर उठ रहे सवाल
मलयाली इन्फ्लुएंसर दिव्या नायर ने जाह्नवी की एक्टिंग और मलयालम उच्चारण पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने मेकर्स पर स्थानीय डायलेक्ट कोच को नजरअंदाज करने और स्टीरियोटाइप्स को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. दिव्या नायर ने मिड-डे से बातचीत में कहा, 'खराब डिक्शन को कभी-कभी माफ किया जा सकता है, लेकिन यहां मलयालम शब्द ही स्पष्ट या सही नहीं हैं. फिल्म केरल में भारी बजट के साथ शूट की गई थी. मेकर्स बजट का एक छोटा हिस्सा स्थानीय डायलेक्ट कोच को हायर करने में क्यों नहीं खर्च कर सके? साथ ही, ‘पिल्लई' का उच्चारण भी गलत है, इसे मलयालम में ‘पिल्ला' कहा जाता है.' नायर ने यह भी सवाल उठाया कि बॉलीवुड के पास नयनतारा, कीर्ति सुरेश, नित्या मेनन, साई पल्लवी या सामंथा रुथ प्रभु जैसे विकल्प मौजूद थे, जो भाषा और किरदार को सम्मान के साथ निभा सकती थीं. नायर ने कहा, 'हर मलयाली महिला साड़ी, चमेली के फूल और बिंदी में नहीं घूमती. यह चित्रण पुराने और गलत स्टीरियोटाइप्स को बढ़ावा देता है.'
क्या है पूरा मामला
परम सुंदरी के ट्रेलर में जाह्नवी कपूर सुंदरी के रोल में नजर आ रही हैं. उनका किरदार सिद्धार्थ मल्होत्रा यानी परम को साउथ इंडिया की संस्कृति और भाषा सिखाता है. लेकिन जाह्नवी को मलयालम नहीं आती. यही वजह है कि उनके बोलने के तरीके को लेकर लोगों ने सवाल उठाए हैं. कुछ क्रिटिक्स ने ट्रेलर का क्लिप सोशल मीडिया पर शेयर भी किया था. हालांकि मैडॉक फिल्म्स की तरफ से कॉपीराइट क्लेम लगने के बाद वो वीडियो हटा दिया गया.
जाह्नवी कपूर ने दी सफाई
विवाद बढ़ने पर जाह्नवी कपूर ने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि भले ही वो मलयाली नहीं हैं. लेकिन उनका किरदार आधा तमिल और आधा मलयाली है. जाह्नवी ने बताया कि उन्हें हमेशा से साउथ कल्चर में दिलचस्पी रही है और वो इस इंडस्ट्री की बड़ी फैन रही हैं. उन्होंने कहा कि एक एक्टर से ज्यादा मैं एक दर्शक के तौर पर कॉमेडी के लिए तरस रही थी. इस फिल्म ने मुझे अपनी जड़ों तक लौटने का मौका दिया है.
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