प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
रंगों का त्योहार होली के मौके पर लोग अक्सर गानों पर झूमते हुए ही दिखाई देते हैं. कोई पापड़-गुझिया खाना पसंद करता है तो कोई दोस्तों के साथ घूम-घूमकर होली खेलता है. गली-मोहल्लों में होली के गाने तो सुनने को मिल जाते हैं लेकिन जब बात आती है इससे जुड़ी शेर-ओ-शायरी कि हमें होली पर होने वाले कवि सम्मेलन की तरफ रुख करना होता है. ऐसे में हम आपको बताने वाले हैं मशहूर शायरों की चुनिंदा 5 ऐसी रोमांटिक शायरी जिसे पढ़ने के बाद होली का माहौल और भी रंगीन बना देगा. रेखता की साइट से मिली इन शायरी को आप होली के मौके पर जरूर गुनगुनाना चाहेंगे.
Holi 2018: होली का खुशनुमा माहौल जब तब्दील हो गया डर और खौफ में, रंगों में घुल गया लहू
होली के मौके पर पढ़ें मशहूर शायरों की रोमांटिक शायरी
1.
मौसम-ए-होली है दिन आए हैं रंग और राग के
हम से तुम कुछ मांगने आओ बहाने फाग के
- मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी
2.
होली के अब बहाने छिड़का है रंग किस ने
नाम-ए-ख़ुदा तुझ ऊपर इस आन अजब समाँ है
- शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
3.
डाल कर ग़ुंचों की मुँदरी शाख़-ए-गुल के कान में
अब के होली में बनाना गुल को जोगन ऐ सबा
- मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी
4.
सजनी की आँखों में छुप कर जब झाँका
बिन होली खेले ही साजन भीग गया
- मुसव्विर सब्ज़वारी
5.
मुहय्या सब है अब अस्बाब-ए-होली
उठो यारो भरो रंगों से झोली
- शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
...और भी हैं बॉलीवुड से जुड़ी ढेरों ख़बरें...
Holi 2018: होली का खुशनुमा माहौल जब तब्दील हो गया डर और खौफ में, रंगों में घुल गया लहू
होली के मौके पर पढ़ें मशहूर शायरों की रोमांटिक शायरी
1.
मौसम-ए-होली है दिन आए हैं रंग और राग के
हम से तुम कुछ मांगने आओ बहाने फाग के
- मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी
2.
होली के अब बहाने छिड़का है रंग किस ने
नाम-ए-ख़ुदा तुझ ऊपर इस आन अजब समाँ है
- शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
3.
डाल कर ग़ुंचों की मुँदरी शाख़-ए-गुल के कान में
अब के होली में बनाना गुल को जोगन ऐ सबा
- मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी
4.
सजनी की आँखों में छुप कर जब झाँका
बिन होली खेले ही साजन भीग गया
- मुसव्विर सब्ज़वारी
5.
मुहय्या सब है अब अस्बाब-ए-होली
उठो यारो भरो रंगों से झोली
- शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
...और भी हैं बॉलीवुड से जुड़ी ढेरों ख़बरें...
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