
नेशनल अवॉर्ड विजेता अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वे भारतीय सिनेमा की सबसे मजबूत और सम्मानित आवाजों में से क्यों मानी जाती हैं. इटली में चल रहे 82वें वेनिस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में उनकी नई फिल्म *वीरता की गूंज* (Echoes of Valour) को दर्शकों और समीक्षकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली. फिल्म का निर्देशन इंदिरा धर ने किया है और इसमें दिव्या दत्ता के साथ नीरज काबी मुख्य भूमिका में हैं. कहानी शुक्ला बंदोपाध्याय के असली अनुभवों से प्रेरित है, जो एक भारतीय सैनिक की मां रही हैं. फिल्म प्रेम, हौसले और बलिदान जैसे भावों को गहराई से छूती है.
दिव्या के अभिनय को आलोचकों ने खास तौर पर सराहा है. उनकी परफॉर्मेंस में एक ही समय पर ताकत और संवेदनशीलता दोनों देखने को मिलीं, जिसे अंतरराष्ट्रीय समीक्षकों ने “गहरी और असरदार” कहा. रेड कार्पेट पर काले और सुनहरे रंग की साड़ी में नजर आईं दिव्या ने न सिर्फ भारतीय परंपरा को शालीनता से पेश किया बल्कि भारतीय कहानियों को भी विश्व मंच पर आगे रखा.
दिव्या दत्ता इससे पहले वीर-जारा, भाग मिल्खा भाग और इरादा जैसी फिल्मों में अपने अभिनय की छाप छोड़ चुकी हैं. ओटीटी और रीजनल सिनेमा में भी वे सक्रिय रही हैं. हाल ही में तेलुगु सीरीज मायासभा में उनके काम की तारीफ हुई. वेनिस में मिली प्रतिक्रिया पर दिव्या दत्ता ने कहा, “यहां जो प्यार हमें मिला, वह बेहद भावुक कर देने वाला है. यह देखना कि हमारी कहानी दुनिया भर के लोगों से जुड़ रही है, किसी भी कलाकार का सपना होता है. मैं शुक्रगुजार हूं कि मुझे ऐसी फिल्म का हिस्सा बनने का मौका मिला, जो सैनिकों और उनके परिवारों के संघर्ष और बलिदान को सम्मान देती है.”
इस अंतरराष्ट्रीय सराहना के साथ, दिव्या दत्ता ने एक बार फिर खुद को भारतीय सिनेमा की प्रमुख अभिनेत्रियों में मजबूत जगह दिलाई है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं