इन दिनों स्टैंड अप कॉमेडी (Stand Up Comedy) का जमाना है. स्टैंड अप कॉमेडी का चलन बीते कुछ सालों में बढ़ा है. अभिषेक उपमन्यु, हर्ष गुजराल, अनुभव सिंह बस्सी, जाकिर खान, रवि गुप्ता ऐसे कई और कॉमेडियन हैं, जिन्होंने इस फील्ड में नाम कमाया है. ऐसे ही एक स्टैंड अप कॉमेडियन हैं गौरव गुप्ता (Stand Up Comedian Gaurav Gupta), जो NDTV Yuva Conclave (एनडीटीवी युवा कॉन्क्लेव) का हिस्सा बने. इस दौरान उन्होंने ढेरों खुलासे के साथ अपने एक्सपीरियंस भी साझा किए.
गौरव गुप्ता ने लक्ष्मी नगर से अपने गाजियाबाद तक के सफर से लेकर डार्क कॉमेडी और ऑडियंस इंटरेक्शन पर बात की. इन दिनों डार्क कॉमेडी को खूब पसंद किया जा रहा है और इसे पसंद करने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी आई है. ऐसे में जब उनसे पूछा गया कि आजकल डार्क कॉमेडी पर फोकस ज्यादा है और वो पारिवारिक कॉमेडी करते हैं. इस पर उनका क्या कहना है? तो कॉमेडियन ने कहा, "सब अपने अनुभव के अनुसार कॉमेडी करता है. मेरे अनुभव ऐसे हैं, इसलिए में इस तरह की कॉमेडी करता हूं या जोक मारता हूं. जो लोग डार्क कॉमेडी कर रहे हैं, उनके एक्सपीरियंस शायद उस तरह के रहे होंगे. मेरे साथ ऐसा नहीं है. डार्क कॉमेडी भी सुनना चाहिए. इससे दिमाग खुलता है".
इसके साथ गौरव ने यह भी बताया कि कई बार ऑडियंस को अपनी कॉमेडी में इन्वॉल्व करने से उनकी बेइज्जती भी हुई है. गौरव अक्सर बनियों पर जोक मारने के लिए जाने जाते हैं. एक बार वह इसी तरह बनियों पर जोक मार रहे थे तभी एक ताउजी ने उन्हें टोक दिया था. इतना ही नहीं, गौरव ने यह भी बताया कि कई बार ऐसा भी होता है जब सिचुएशन गंभीर होती है और उन्हें जोक मारने का मन करता है. गौरव के मुताबिक, कॉमेडी उनके लिए पैशन है. पैशन एफर्टलेस होता है. यह इनबोर्न टैलेंट होता है. इनबोर्न टैलेंट को फ़ोर्स नहीं करना पड़ता. एम्बिशन के लिए भागना पड़ता है पैशन के लिए नहीं.
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