
डैनी डेन्जोंगपा भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता हैं. उनका जन्म 25 फरवरी 1948 को सिक्किम में हुआ. डैनी अपनी गहरी आवाज और मजबूत अभिनय के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने 1971 में फिल्म मेरे अपने से बॉलीवुड में शुरुआत की. अपने करियर में उन्होंने कई तरह के रोल निभाए. उन्हें कभी खलनायक तो कभी पॉजिटिव किरदार में देखा गया. धर्मात्मा, अग्निपथ, हम और घातक उनकी यादगार फिल्में हैं. आज हम आपको इस आर्टिकल में डैनी की जिंदगी से जुड़ी कुछ खास बातों के बारे में बताने जा रहे हैं.

डैनी का असली नाम Tshering Pentso था. उन्हें डैनी नाम उनकी बैचमेट जया भादुड़ी (जया बच्चन) ने दिया था. डैनी ने फिल्मी करियर की शुरुआत 1971 में आई फिल्म 'मेरे अपने' से की.

खलनायिकी के लिए मशहूर डैनी ने अपनी डेब्यू फिल्म में पॉजिटिव किरदार निभाया था. 1973 में उन्होंने बी आर चोपड़ा की फिल्म 'धुंध' में पहली बार नेगेटिव कैरेक्टर प्ले कर सुर्खियां बटोरी.

हॉलीवुड एक्टर ब्रैड पिट के साथ 2003 में उनके द्वारा अभिनीत फिल्म 'सेवन ईयर्स इन तिब्बत' को बहुत सराहा गया. पद्मश्री से सम्मानित बुद्धिष्ट परिवार में जन्मे डैनी ने बिरला विद्या मंदिर और सेंट जोसफ कॉलेज, दार्जिलिंग से अपनी पढ़ाई पूरी की.

डैनी का विवाह 1990 में सिक्किम की राजकुमारी गावा डेन्जोंगपा से हुआ था. अपने बेहतरीन अभिनय से दर्शकों के दिलों में खौफ पैदा करने वाले डैनी को 2003 में पद्मश्री से नवाजा जा चुका है.

डैनी को ब्लॉकबस्टर फिल्म 'शोले' में गब्बर सिंह का रोल ऑफर हुआ था. लेकिन उन्होंने इस रोल को करने से मना कर दिया. 'बेबी' (2015), 'जय हो' (2014), '16 दिसंबर' और 'अग्निपथ' (1990) जैसी फिल्मों में डैनी डेन्जोंगपा अपने बेहतरीन काम के लिए जाने जाते हैं.
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