अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने अपने लेटेस्ट ब्लॉग में प्राचीन समय में मौजूद जाति प्रथा को लेकर अपनी राय रखी है और इसके साथ ही अपने बच्चन सरनेम से जुड़ी दिलचस्प दास्तान भी बिग बी ने सुनाई है. अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने अपने लेटेस्ट ब्लॉग में लिखा हैः 'बारत में जाति प्रथा सदियों से मौजूद हैं, जिसका कई लोगों ने अनुसरण किया और जिसे आज कई लोग धता बता रहे हैं. यह एक बीमारी है जिसने हमारे समाज को अपनी गिरफ्त में ले रखा है.' अमिताभ बच्चन के इस ब्लॉग को खूब पढ़ा जा रहा है.
सैफ अली खान ने करीना कपूर और सारा अली खान को लेकर दिया ये चौंकाने वाला बयान, बोले- मुझे शक है...
बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने बताया कि उनके पिता जाति प्रथा के घोर विरोधी थे. अमिताभ बच्चन अपने ब्लॉग में लिखते हैं, 'बाबूजी का जन्म कायस्थ परिवार में हुआ और श्रीवास्तव सरनेम था. लेकिन वह जाति प्रथा के खिलाफ थे, इसलिए उन्होंने अपना लेखकीय उपनाम या 'तखल्लुस' 'बच्चन' रख लिया. महान लेखक और शायर अकसर अपने उपनाम रख लेते हैं. इस तरह 'बच्चन' मेरे पिता का उपनाम बन गया...फिर मेरा जन्म हुआ और मुझे स्कूल में दाखिल कराने का समय आया. टीचर ने दाखिला फॉर्म में लिखने के लिए मेरा सरनेम पूछा तो मेरे मम्मी-पापा ने तुरंत आपस में बात की और फैसला लिया कि 'बच्चन' फैमिली का सरनेम होगा.'
इस तरह बॉलीवुड के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने अपने सरनेम से जुड़ी पूरी दास्तान शेयर की. अमिताभ बच्चन ने आगे लिखा, 'यह हमारे साथ कायम और आगे भी रहेगा...मेरे पिता...मुझे बच्चन सरनेम के ऊपर बहुत गर्व है.' इस तरह अमिताभ बच्चन के सरनेम से जुड़ा रहस्य उनके फैन्स के आगे आ गया है, और यह बहुत ही दिलचस्प दास्तान भी है. अमिताभ बच्चन के पिताजी हरिवंश राय बच्चन हिंदी के महान कवि और लेखक थे.
(इनपुटः IANS)
...और भी हैं बॉलीवुड से जुड़ी ढेरों ख़बरें...
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं