
अमिताभ बच्चन और अनिल कपूर, दोनों ही बॉलीवुड के ऐसे सितारे हैं, जिन्होंने दशकों तक दर्शकों का मनोरंजन किया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अनिल कपूर को सुपरस्टार बनाने वाली एक फिल्म पहले अमिताभ बच्चन को ऑफर हुई थी? इस फिल्म में अनिल ने ऐसा कमाल किया कि यह उनके करियर का टर्निंग पॉइंट बन गई और आज भी इसे उनकी बेस्ट फिल्मों में शुमार किया जाता है.
अमिताभ की जगह अनिल बने हीरो
हम बात कर रहे हैं फिल्म ‘मेरी जंग' की, जिसका असल नाम ‘शतरंज' रखा गया था. शुरुआत में इस फिल्म के लिए अमिताभ बच्चन को लीड रोल के लिए चुना गया था. जया प्रदा लीड एक्ट्रेस थीं, जबकि अनिल कपूर को विलेन अमरीश पुरी के बेटे का किरदार निभाना था. लेकिन उस दौरान अमिताभ को चोट लग गई, जिसके कारण उनके कई प्रोजेक्ट्स रुक गए. साथ ही वे राजनीति में कदम रखने की तैयारी कर रहे थे. इस वजह से उन्होंने यह फिल्म छोड़ दी. उनके हटते ही जया प्रदा ने भी प्रोजेक्ट से कदम पीछे खींच लिए.
फिल्म का नाम और हीरो बदला
इसके बाद प्रोड्यूसर एनएन सिप्पी ने फिल्म को डायरेक्ट करने का जिम्मा सुभाष घई को सौंपा. सुभाष घई ने स्क्रिप्ट पर काम किया और फिल्म का नाम बदलकर ‘मेरी जंग' कर दिया. अब सबसे बड़ी चुनौती थी नए हीरो की तलाश. पहले शत्रुघ्न सिन्हा से बात हुई, लेकिन सहमति नहीं बनी. तभी सुभाष घई ने अनिल कपूर को फिल्म ‘मशाल' में देखा और उनकी परफॉर्मेंस से इतने इम्प्रेस हुए कि उन्हें ‘मेरी जंग' का लीड किरदार सौंप दिया.
अनिल कपूर का करियर बदलने वाली फिल्म
अनिल कपूर ने एक बार कहा था, “अगर अमिताभ बच्चन ने उस फिल्म को नहीं छोड़ा होता तो शायद मुझे यह मौका कभी नहीं मिलता.” यह सच है कि ‘मेरी जंग' ने अनिल कपूर के करियर को नई दिशा दी. उनके कोर्टरूम सीन, दमदार डायलॉग डिलीवरी और इमोशनल एक्टिंग ने दर्शकों का दिल जीत लिया. आज भी यह फिल्म उनके करियर की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक मानी जाती है.
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