पटना: बिहार में करीब 7 साल पहले ही शराबबंदी कानून को लागू कर दिया गया था. लेकिन अभी भी शराब तस्करी जोरों पर है. आए दिन शराब तस्करों को पकड़ने के मामले सामने आते है. लेकिन अब राज्य के गोपालगंज जिला से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां JDU के बड़े नेता ने ही शराबबंदी कानून को झटका दे दिया है. इतना ही नहीं, जेडीयू नेता ने सत्ता धौंस दिखाते हुए पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कराने तक की धमकी दे डाली.
गोपालगंज में एएलटीएफ की टीम ने नशे की हालत में JDU के प्रदेश महासचिव को गिरफ्तार किया है. प्रदेश महासचिव की पहचान संजय चौहान के रूप में हुई है. वह गोपालगंज जदयू जिलाध्यक्ष भी रह चुके है. बताया जाता है कि जदयू(JDU) के पूर्व जिलाध्यक्ष सह प्रदेश महासचिव संजय चौहान शराब के नशे में धुत होकर यूपी की तरफ से आ रहे थे. इसी दौरान यूपी बिहार की सीमा पर सटे एकडंगा तिमुहानी के समीप एएलटीएफ व मीरगंज थाने की पुलिस ने जांच के दौरान जदयू नेता को शराब के नशे में गिरफ्तार कर लिया गया है.
गिरफ्तारी के दौरान जदयू नेता ने सत्ता की खूब हनक दिखाई और पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कराने तक की धमकी दे डाली. लेकिन एएलटीएफ की टीम ने उनकी धमकियों को नजरअंदाज करते हुए मीरगंज थाने की पुलिस को सौंप दिया. इसके बाद मीरगंज थाने की पुलिस ने जदयू नेता की मेडिकल जांच कराई, जिसमें शराब पीने की पुष्टि होने पर उत्पाद अधिनियम के तहत जेल भेज दिया.
यह घटना बताने के लिए काफी है कि बिहार में शराबबंदी कानून की जमीनी हकीकत क्या है? CM नीतीश कुमार के कड़े रुख के बाद भी सामने आ रहीं इस तरह की घटनाएं प्रशासनिक व्यवस्था पर सवालिया निशाना है.
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