बिहार विधानसभा चुनाव का माहौल हर दिन और गरमाता जा रहा है. पहले चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख अब बेहद करीब है, लेकिन महागठबंधन में सीट बंटवारे की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझ पाई है. आज मंगलवार को इस पर अंतिम फैसला होने की उम्मीद जताई जा रही है. सूत्रों के अनुसार, राजद और कांग्रेस के बीच कुछ सीटों पर अब भी सहमति नहीं बन पाई है, जबकि वामदलों ने भी अपने पुराने क्षेत्रों पर दावा ठोका है.
इधर एनडीए की तरफ से भी किस सीट से कौन सी पार्टी मैदान में उतरेगी इसे लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. बीजेपी और जदयू के बीच कई सीटों पर असहमति की खबरें लगातार सामने आ रही हैं. चुनावी गलियारों में अटकलें तेज हैं कि आज देर शाम तक महागठबंधन और एनडीए, दोनों अपने-अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकते हैं. उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही बिहार की राजनीति में नए समीकरण बनते और पुराने बिगड़ते नजर आ सकते हैं.
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धरने पर बैठे जदयू विधायक गोपाल मंडल
जदयू विधायक गोपाल मंडल आगामी बिहार चुनाव में गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनावी टिकट पाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने की मांग को लेकर उनके घर के बाहर धरने पर बैठ गए. गोपाल मंडल ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से मिलना चाहता हूं. मैं सुबह 8:30 बजे से यहां इंतज़ार कर रहा हूं. मुझे चुनाव का टिकट मिलेगा. मैं टिकट लिए बिना नहीं जाऊंगा.
बिहार चुनाव: लालू के करीबी राजबल्लभ ने क्यों छोड़ा राजद का साथ?
22 साल पहले पटना में लाठी रैली आयोजित हुई थी. तब राबड़ी देवी मुख्यमंत्री थी. राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने लाठी रैली आयोजित की थी. उस रैली में बिहार भर से लोग लाठी लेकर पहुंचे थे. तब नवादा के तत्कालीन विधायक और बिहार के श्रम राज्य मंत्री रहे राजबल्लभ प्रसाद भी लाठी लेकर गए थे. राजबल्लभ प्रसाद की लाठी बिहार भर से आए लाठियों में सबसे बड़ी थी. वह लाठी वाहन से ले जाया गया था. लालू ने लाठी में तेल पिलावन का नारा दिया था. यहां पढ़ें पूरी खबर
'इंडिया' ब्लॉक के दो बागी विधायक भाजपा में शामिल
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को इंडिया ब्लॉक के दो बागी नेताओं को पार्टी में शामिल कर लिया. ये दोनों नेता पिछले विधानसभा चुनाव में क्रमशः राजद और कांग्रेस के टिकट पर जीते थे. भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने हाल ही में कैमूर जिले की मोहनिया विधानसभा सीट से इस्तीफा देने वाली संगीता कुमारी और पटना जिले की बिक्रम विधानसभा सीट से दो बार कांग्रेस विधायक रहे सिद्धार्थ सौरव का पार्टी में औपचारिक स्वागत किया. पटना स्थित पार्टी के राज्य मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में दोनों नेताओं को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता प्रदान की गई.
राजद ने उम्मीदवारों से सिंबल वापस लिया
राजद ने उम्मीदवारों से सिंबल वापस लिया. राजद ने जिन उम्मीदवारों को सिंबल दिया था, उन सभी से सिंबल वापस लिया गया. राबड़ी देवी के आवास पर जाकर उम्मीदवारों ने सिंबल वापस लौटा दिया है. भाई वीरेंद्र, डॉ संजीव, बोगो सिंह समेत सभी प्रत्याशियों ने सिंबल वापस लौटा दिया है.
राजद नेता अली अशरफ फातमी ने कहा है कि आज कोई सिंबल नहीं बांटा गया है. जो तस्वीरें आई हैं, वह पुरानी हैं या AI जेनरेटेड हैं.
लालू प्रसाद ने राजद में टिकट का वितरण शुरू किया
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने सोमवार को पार्टी के पसंदीदा उम्मीदवारों को टिकट बांटने की शुरुआत की, जबकि बिहार में विपक्षी ‘महागठबंधन’ अब तक सीट बंटवारे की औपचारिक घोषणा नहीं कर सका है. लालू प्रसाद यादव के दिल्ली से लौटने के बाद पटना स्थित उनके 10, सर्कुलर रोड आवास के बाहर टिकट के दावेदारों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. भीड़ इतनी अधिक थी कि वहां अफरा-तफरी जैसी स्थिति बन गई.
बताया जाता है कि कई दावेदारों को पार्टी की ओर से फोन कॉल मिलने के बाद वे टिकट की उम्मीद में आवास पहुंचे थे. कुछ ही मिनटों बाद वे पार्टी का चुनाव चिह्न हाथ में लिए और चेहरे पर मुस्कान लिए बाहर निकलते दिखे.
तेजस्वी की राहुल, खरगे से नहीं हुई मुलाकात
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे की अंतिम दौर की बातचीत के बीच तेजस्वी यादव सोमवार को राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से मिले बिना पटना लौट गए. हालांकि इसके पहले तेजस्वी यादव ने कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और बिहार कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक की. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक के दौरान तेजस्वी की फ़ोन पर राहुल गांधी और खरगे से फ़ोन पर बात हुई. इससे पहले सुबह राहुल गांधी बिहार कांग्रेस के नेताओं के साथ सीटों पर चर्चा कर चुके थे.
शरजील इमाम ने बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए अंतरिम जमानत मांगी
दिल्ली में 2020 में हुए दंगों की साजिश रचने के मामले में आरोपी छात्र कार्यकर्ता शरजील इमाम ने बिहार विधानसभा चुनावों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने और प्रचार के लिए 14 दिन की अंतरिम जमानत मांगी है. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश समर बाजपेयी के समक्ष दायर याचिका में कहा गया है कि बिहार के जहानाबाद जिले के स्थायी निवासी इमाम को 25 अगस्त, 2020 को गिरफ्तार किया गया था और तब से जेल में बंद है. गिरफ्तारी के समय वह जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में पीएचडी का अंतिम वर्ष का छात्र था.
याचिका में कहा गया है, 'चूंकि आवेदक एक राजनीतिक कैदी और छात्र कार्यकर्ता है, इसलिए वह अपने गृह राज्य बिहार से चुनाव लड़ने का इच्छुक है.'