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कुंडली के 9वें भाव में बुध का प्रभाव कैसा होता है जानिए कुछ खास बातें

इस भाव में बुध का होना काफी शुभ फलदायी होता है. नौवें भाव में बुध अगर सकारात्मक स्थिति में हों तो व्यक्ति विद्वान और अच्छा चरित्र वाला होता है.

Edited by Updated : June 05, 2024 8:10 AM IST
कुंडली के 9वें भाव में बुध का प्रभाव कैसा होता है जानिए कुछ खास बातें
नवें भाव में बुध शुभ फलदायी ही होता है.
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Horoscope: कुंडली का 9वां भाव काफी महत्वपूर्ण होता है. इस भाव में बुध का होना काफी शुभ फलदायी होता है. नौवें भाव में बुध अगर सकारात्मक स्थिति में हों तो व्यक्ति विद्वान और अच्छा चरित्र वाला होता है. इसके अलावा ये बातचीत में भी काफी बेहतर होते हैं. खास बात यह है कि इनकी संगति अच्छे लोगों के साथ होती है और इनमें गलत आदतें भी कम ही देखने को मिलती हैं. ऐसे लोगों को भाग्य का पूरा साथ मिलता है.

धार्मिक कार्यों में होती है रुचि

नवें भाव में बुध शुभ फलदायी ही होता है. बुध के प्रभाव से व्यक्ति की धार्मिक कार्यों में रुचि होती है. ऐसा व्यक्ति धार्मिक और बुद्धिमान होने के साथ ही भाग्यशाली भी होता है. ऐसे लोग धर्म के विपरीत जाकर कोई भी काम नहीं करते हैं.

वैवाहिक जीवन होगा सुखमय

कुंडली के नवें भाव में बुध के प्रभाव से व्यक्ति अच्छा वक्ता, कवि और लेखक हो सकता है. पढ़ाई में भी इनकी स्थिति बेहतर होती है. बुध प्रेम संबंधों में भी अच्छा प्रभाव देते हैं और व्यक्ति को अपने लिए एक सही जीवनसाथी चुनने में मदद करते हैं. ऐसे लोगों का वैवाहिक जीवन सुखमय होगा.

शत्रु ग्रहों के प्रभाव में बुध देते हैं विपरीत परिणाम

अगर चंद्रमा, केतु और गुरु कुंडली के 9वें भाव में हों तो बुध के बेहतर परिणाम नहीं मिलते हैं. 9वां भाव गुरु का शत्रु घर है. ऐसे में आपको मानसिक रूप से बेचैनी की भी शिकायत हो सकती है.

सकारात्मक प्रभाव

9वें भाव में बुध के प्रभाव से व्यक्ति को जीवन में काफी सुख-सुविधा मिलती है. व्यक्ति पराक्रमी होती है. इनकी रिसर्च आदि में काफी रुचि देखने को मिलती है. अपनी बुद्धि और ज्ञान के बल पर इनकी बेहतर पहचान होती है, लेकिन अहंकार से बचने की जरूरत होगी.

नकारात्मक प्रभाव

हालांकि अगर कुंडली के 9वें भाव में बुध अगर अशुभ ग्रहों के साथ हो तो विपरीत परिणाम भी मिल सकते हैं. ऐसे लोगों को किसी भी बात को लेकर बिना सोचे-समझे कोई भी निर्णय न लेने की सलाह दी जाती है. उम्र के 19वें वर्ष में ऐसे लोगों की माता को कष्ट हो सकता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)