कोरोना महामारी (Corona Pandemic) ने दुनियाभर के लोगों की जिंदगी पटरी से उतार दी. अब थोड़े सामान्य हालत होने पर लोग धीरे-धीरे फिर से अपनी जिंदगी को गति देने की कोशिश में लगे हैं. लेकिन इस बीच एक ऐसी खबर सुनने को मिल रही है, जिसे सुन किसी के भी होश उड़ना लाजिमी है. दरअसल ये बात तो हम सभी जानते हैं कि कोरोना (Corona) की मार से बहुत से लोगों के काम-धंधे ठप हो गए. ऐसे में कई देशों में लोगों की मदद के लिए तमाम घोषणाएं की गई लेकिन एक जनाब ने कोरोना राहत (Covid relief loan) के लिए ली रकम का ऐसा इस्तेमाल किया कि उसे 9 साल की सजा सुना दी गई.
एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका (America) में एक शख्स ने कोरोना (Corona) राहत के नाम पर लिए लोन से नई लेम्बोर्गिनी कार (Lamborghini Car) और अन्य लग्जरी आइटम खरीद लिए. जिनकी कीमत तकरीबन 1.6 मिलियन डॉलर (12 करोड़ रुपए) बताई जा रही है. इसलिए अब इन जनाब को 9 साल की जेल की सजा सुनाई गई. असल में ली ने यह कहकर अमेरिकी सरकार से बड़ी राशि उधार ली कि उसे अपने व्यवसाय के लिए आर्थिक मदद की जरुरत होगी. लेकिन उसने इस पैसे का इस्तेमाल से कई महंगी कारों समेत कई लग्जरी आइटम खरीद लिए.
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ली ने पे-चेक प्रोटेक्शन प्रोग्राम के तहत आर्थिक सहायता ली. न्याय विभाग के अनुसार, प्रिंस की धोखाधड़ी एक जांच में पकड़ी गई और उसे मनी लॉन्ड्रिंग और वायर धोखाधड़ी के मामले में जेल की सजा सुनाई गई थी. इस मामले की जांच से पता चला कि प्राइस के कथित व्यवसायों में कोई रिकॉर्डेड कर्मचारी या राजस्व नहीं था. इसके साथ ही ये भी पता चला कि प्रिंस ने एक रोलेक्स घड़ी, एक लेम्बोर्गिनी उरुस (Lamborghini Urus), और फोर्ड एफ-350 के अलावा अन्य चीजों पर पैसा खर्च किया. अधिकारियों ने अब प्राइस द्वारा अर्जित कुल लोन राशि में से 7,00,000 डॉलर से अधिक की वसूली की है. अब ये खबर दुनियाभर के लोगों को हैरत में डाल रही है.