जिस इस्लामिक देश जॉर्डन गए हैं पीएम मोदी, उसके एक दीनार में आ जाते हैं कितने सारे रुपये

जॉर्डन अब सिर्फ फॉस्फेट और पर्यटन ही नहीं, बल्कि तेल-गैस उपकरण tender, स्वच्छ ऊर्जा योजनाएं और भारत के साथ भारत-जॉर्डन Phosphate deal व पीएम मोदी के ऐतिहासिक दौरे के साथ सुर्खियों में है. जानिए क्यों दुनिया और भारत दोनों ही अब जॉर्डन को गंभीरता से देख रहे हैं.

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जॉर्डन का Energy Game बदल रहा है, पीएम मोदी के दौरे से रिश्तों में नया जोश!

Jordan economy explained: तेल नहीं, कोयला नहीं, बड़े जंगल नहीं...फिर भी जॉर्डन की अर्थव्यवस्था कैसे चल रही है? इन दिनों ये सवाल इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में जॉर्डन पहुंचे और इसी बीच जॉर्डन के तेल-गैस से जुड़े बड़े-बड़े सरकारी टेंडर, भारत के साथ फॉस्फेट डील और उसकी मजबूत करेंसी दिनार फिर सुर्खियों में आ गई है. जहां भारत में 100 रुपये से गिनती शुरू होती है, वहीं जॉर्डन में एक दिनार ही 100 से ज्यादा भारतीय रुपये के बराबर होता है...आखिर ऐसा क्या है जॉर्डन की अर्थव्यवस्था में?

कैसे प्राकृतिक संसाधनों की कमी के बावजूद यह देश गैस, टूरिज्म और स्मार्ट नीतियों के दम पर खुद को संभाले हुए है? और पीएम मोदी के दौरे के बाद भारत-जॉर्डन रिश्तों में क्या नया पक रहा है? आइए, आसान भाषा में समझते हैं जॉर्डन का पूरा आर्थिक खेल, ऊर्जा रणनीति और वो वजहें, जिनकी वजह से आज ये छोटा-सा देश दुनिया की नजरों में बड़ा बनता जा रहा है

PM मोदी जॉर्डन दौरे पर (PM Modi Jordan visit)

बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जॉर्डन दौरे पर हैं, जहां वे किंग अब्दुल्ला द्वितीय के आमंत्रण पर भारत-जॉर्डन द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत कर रहे हैं. यह यात्रा 15 से 18 दिसंबर तक जॉर्डन, इथियोपिया व ओमान में रहेगी. इस दौरान दोनों देशों के बीच राजनयिक, आर्थिक और व्यापारिक संवाद और मजबूती पर चर्चा जारी है. जॉर्डन की मुद्रा जॉर्डन दिनार (JOD) भारतीय रुपये की तुलना में काफी मजबूत है. एक दिनार करीब 126-128 के आसपास ट्रेड होता है, यानी 1000 लगभग 7.5-8 जॉर्डन दिनार के बराबर है. यह दिखाता है कि Jordan currency vs Indian Rupee में दिनार का मूल्य अधिक है, जो उसकी मुद्रा स्थिरता और आर्थिक संरचना का संकेत है.

जॉर्डन की 'तेल-गैस' Tenders और अर्थव्यवस्था (Jordan's Oil & Gas Tenders and Economy)

जॉर्डन का आर्थिक ढांचा फॉस्फेट, पोटाश एवं उर्वरक व्यापार पर आधारित है और यह देश तेल या बड़े पेट्रोलियम भंडार से संपन्न नहीं है. इसी वजह से जॉर्डन अपनी घरेलू ऊर्जा जरूरतों का करीब 93% प्राकृतिक गैस पर निर्भर करता है...वह गैस आयात तथा घरेलू परियोजनाओं के लिए तेल-गैस उत्पाद और मशीनरी के लिए सरकारी tenders जारी कर रहा है. इन tenders में पेट्रोलियम डेरिवेटिव्स की आपूर्ति, ड्रिलिंग रिग पुर्जे, cooling units और अन्य गैस स्टेशन स्पेयर पार्ट्स शामिल हैं, जिनकी बोलियां दिसंबर 2025 तक खुली हैं. ये tenders जॉर्डन की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने, निवेशकों को बुलाने और अपनी अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने की सरकार की रणनीति का हिस्सा हैं.

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जॉर्डन की ऊर्जा रणनीति और गैस प्रोजेक्ट्स (Jordan's Energy Strategy and Gas Projects)

जॉर्डन ने National Advanced Natural Gas Company 'Watani' की स्थापना भी की है, ताकि देश की ऊर्जा आपूर्ति अधिक सुरक्षित, सस्ती और आत्मनिर्भर हो सके. साथ ही Aqaba में एक बड़ा प्राकृतिक गैस प्रोजेक्ट लॉन्च किया गया है, जो उद्योगों को सस्ती गैस उपलब्ध कराएगा और निवेश को आकर्षित करेगा. सरकार ने कई औद्योगिक शहरों और उर्वरक संयंत्रों तक गैस सप्लाई के समझौते भी किए हैं, जिनसे ऊर्जा लागत कम होगी और उत्पादन प्रतिस्पर्धी बनेगा.

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भारत-जॉर्डन रिश्तों में नई ऊर्जा (India-Jordan Strategic Partnerships)

इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जॉर्डन दौरे पर हैं जहां उन्होंने किंग अब्दुल्ला II से मुलाकात की और 8-बिंदु साझेदारी एजेंडा पर बातचीत भी की, जिसमें आतंकवाद, स्वच्छ ऊर्जा, डिजिटल व शिक्षा सहयोग, निवेश और पर्यटन भी शामिल हैं. भारत और जॉर्डन के बीच 500,000 टन वार्षिक फॉस्फेट सप्लाई डील पर भी समझौता हुआ है, जो अप्रैल 2026 से लागू होगा. यह समझौता भारत के उर्वरक सेक्टर को मजबूत करेगा और जॉर्डन की Phosphate Exports को बढ़ावा देगा.

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  • Energy security global issue: जॉर्डन जैसे देश जो ऊर्जा संसाधनों में कमजोर हैं, वे कैसे प्राकृतिक गैस, LNG terminal development और tenders के जरिये अपने ऊर्जा ढांचे को मजबूत कर रहे हैं.
  • India-Jordan strategic ties: पीएम मोदी के दौरे से दोनों देशों का रणनीतिक एवं आर्थिक संबंध और गहरा हुआ है, खासकर ऊर्जा, कृषि व उद्योग में.
  • Trade linkages: फॉस्फेट डील से भारत की उर्वरक सुरक्षा को मजबूती मिलेगी और जॉर्डन की अर्थव्यवस्था को निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी.

मुद्रा तुलना, Jordan Dinar और Indian Rupee (Jordan Dinar vs Indian Rupee)

अगर आप जानना चाहते हैं कि एक जॉर्डनियन दिनार (JOD) भारत के पैसे में कितना होता है, तो यह लगभग ₹127-₹128 के आसपास बराबर है, यानी 1 JOD - ₹127.8 (लगभग) जैसा कि Forex रेट्स दिखाते हैं. जॉर्डन की अर्थव्यवस्था अब सिर्फ फॉस्फेट और पर्यटन तक सीमित नहीं है. देश ऊर्जा सुरक्षा, स्वच्छ ऊर्जा projects, tenders, और International partnerships पर काम कर रहा है. भारत-जॉर्डन के बीच प्रधानमंत्री मोदी के दौरे और फॉस्फेट डील से दोनों देशों के रिश्ते नई ऊंचाइयों पर हैं. साथ ही, जॉर्डनियन दिनार की तुलना में भारतीय रुपये का मजबूत विनिमय दर भी व्यापार और निवेश को आगे बढ़ा रहा है.

कितनी मजबूत है जॉर्डन की करेंसी (How Strong Is Jordanian Currency)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस इस्लामिक देश जॉर्डन के दौरे पर गए हैं, वहां की मुद्रा जॉर्डनियन दिनार (Jordanian Dinar) दुनिया की सबसे मजबूत करेंसी में गिनी जाती है. भारतीय रुपये के मुकाबले दिनार की ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारत के ₹1000 जॉर्डन में सिर्फ करीब 7-8 दिनार के बराबर होते हैं, यानी 1 Jordan Dinar की कीमत ₹127-₹128 के आसपास है. यही वजह है कि जॉर्डन में रहन-सहन और खर्च भारतीय पर्यटकों के लिए महंगा माना जाता है. मजबूत करेंसी जॉर्डन की आर्थिक स्थिरता, विदेशी मदद, नियंत्रित महंगाई और सरकार की सख्त मौद्रिक नीतियों का नतीजा मानी जाती है और इसी पृष्ठभूमि में PM Modi Jordan visit को आर्थिक और रणनीतिक नजरिए से बेहद अहम माना जा रहा है.

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