Ayodhya Flight price: ओडिशा के एक सोशल मीडिया यूज़र मनस मुदुली ने एक्स पर एक ऐसा पोस्ट किया, जिसने सभी का ध्यान खींच लिया है. उन्होंने बताया कि भुवनेश्वर से अयोध्या की फ्लाइट का किराया लगभग चीन के ग्वांगझू तक के टिकट के बराबर है, वो भी एक ही एयरलाइन और एक ही तारीख पर. उन्होंने लिखा, “भुवनेश्वर से अयोध्या की फ्लाइट का किराया चीन की फ्लाइट जितना कैसे हो सकता है? आखिर एक घरेलू रूट इतना महंगा क्यों है?”
सिर्फ 700 रुपये का फर्क
मनस मुदुली ने अपने पोस्ट के साथ किराए का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया. उसमें दिखाया गया कि भुवनेश्वर-अयोध्या टिकट 14,237 रुपये में और भुवनेश्वर-ग्वांगझू (चीन) टिकट 14,977 रुपये में मिल रहा था, यानी सिर्फ 700 रुपये का अंतर. यह पोस्ट तेजी से वायरल हो गया और अब तक करीब 1 लाख से ज्यादा व्यूज़ पा चुका है.
घरेलू उड़ानों की कीमतें समझ से परे
कई लोगों ने हैरानी जताई कि भारत में घरेलू उड़ानें अब अंतरराष्ट्रीय टिकट जितनी महंगी कैसे हो गईं. कुछ ने कहा, कि अयोध्या जैसे शहरों में सीमित कनेक्टिविटी और बढ़ती मांग के चलते दाम आसमान छू रहे हैं. एक यूज़र ने कहा, कि यह “डिमांड-आधारित एल्गोरिदमिक प्राइसिंग” का नतीजा है, जहां किराया दूरी नहीं बल्कि डिमांड पर तय होता है.
लंबी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर भी सस्ती क्यों?
एक अन्य यूज़र ने बताया कि ग्वांगझू की फ्लाइट 10 घंटे लंबी यात्रा और लेओवर के कारण सस्ती दिख रही थी, क्योंकि वह यात्रा ज्यादातर यात्रियों के लिए आकर्षक नहीं होती. वहीं, अयोध्या फ्लाइट डायरेक्ट और हाई-डिमांड रूट होने के कारण महंगी पड़ रही थी.
कीमतों में पारदर्शिता होनी चाहिए
मनस ने अन्य यूज़र्स की बात से सहमति जताई, लेकिन साथ ही पारदर्शी किराया नीति की मांग की. उन्होंने लिखा कि “घरेलू रूट को अंतरराष्ट्रीय कीमत पर बेचना उचित नहीं है, जब तक कोई स्पष्ट वजह न हो.”
एयरफेयर नीति पर फिर उठा सवाल
यह तुलना सोशल मीडिया पर एक नई बहस छेड़ रही है, क्या भारत में घरेलू हवाई किराया अब अनियंत्रित हो गया है? विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक अधिक रूट कनेक्टिविटी और प्रतिस्पर्धा नहीं बढ़ेगी, तब तक यात्रियों को ऐसे आश्चर्यजनक किराए देखने को मिलते रहेंगे.
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