यमन में अमेरिकी हवाई हमलों ने हूती विद्रोहियों के गढ़ सादा में एक प्रवासी हिरासत केंद्र(डिटेंशन सेंटर) को निशाना बनाया, जिसमें कम से कम 68 लोग मारे गए, जिनमें पांच महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं. हूती संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है. अमेरिकी हमलों के बाद संयुक्त राष्ट्र ने गहरी चिंता व्यक्त की है और सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने यमन में मानवीय स्थिति को लेकर गंभीर चिंता जताई है.
स्टीफन दुजारिक ने एक बयान में कहा, "हम इस दुखद जीवन हानि से दुखी हैं, जिनमें से कई प्रवासियों के मारे जाने और घायल होने की आशंका है." हालांकि उन्होंने अमेरिका का उल्लेख नहीं किया. उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, रात भर हुए हमलों में 68 प्रवासी मारे गए तथा 48 अन्य घायल हो गए.
संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना ने 15 मार्च से हूथियों पर लगभग दैनिक हमले किए हैं. रफ राइडर नामक एक अभियान चलाया है, जिसका उद्देश्य लाल सागर और अदन की खाड़ी में जहाजों के लिए उनके द्वारा उत्पन्न खतरे को समाप्त करना है. हूथियों ने लाल सागर में इजरायल और पश्चिमी जहाजों को निशाना बनाकर हमले किए, जिसे वे फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता के रूप में वर्णित करते हैं, क्योंकि हमास ने अक्टूबर 2023 में इजरायल पर बड़ा हमला किया था.