Indian Astronaut Shubhanshu Shukla, Axiom-4 Mission: 10 प्वाइंट में मिशन के बारे में सबकुछ जानिए
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- Axiom-4 मिशन 25 जून को शुभांशु शुक्ला सहित चार अंतरिक्ष यात्रियों के साथ उड़ान भरेगा.
- यह मिशन स्पेसX के फाल्कन-9 रॉकेट से नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से शुरू होगा.
- शुभांशु शुक्ला भारत के दूसरे अंतरिक्ष यात्री बनेंगे, पहले राकेश शर्मा थे.
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Shubhanshu Shukla's Space Axiom-4 Mission: भारत के शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए Axiom- 4 स्पेस मिशन बुधवार, 25 जून को दोपहर 12.01 बजे उड़ान भरेगा. लॉन्च पहले 22 जून को होना था, लेकिन इसे टालना पड़ा.
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10 प्वाइंट में जानिए मिशन खास क्यों है?
- फाल्कन-9 रॉकेट पर उड़ान भरने वाला SpaceX क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39ए से उड़ान भरेगा. यहीं वो लॉन्च साइट है जहां से नील आर्मस्ट्रांग ने 1969 में अपोलो 11 पर चंद्रमा के लिए उड़ान भरी थी.
- ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जाने वाले भारत के दूसरे अंतरिक्ष यात्री होंगे. विंग कमांडर राकेश शर्मा द्वारा 1984 में इतिहास रचने के लगभग चार दशक बाद वो एक नया कीर्तिमान रचने जा रहे हैं.
- शुभांशु शुक्ला 39 साल के फाइटर पायलट हैं. उनको इसरो ने इस ऐतिहासिक उड़ान के लिए मुख्य अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना है.
- वह लिफ्ट-ऑफ से पहले एक महीने से अधिक समय तक क्वारंटाइन रहे हैं. इस प्रक्रिया का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि क्रू मेंबर इस स्पेस मिशन के लिए स्वस्थ रहे.
- यह मिशन लगभग 15 दिन तक चलेगा. Axiom-4 मिशन का चार सदस्यीय दल इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर 60 वैज्ञानिक प्रयोग (एक्सपेरिमेंट) करेगा, जिनमें से सात भारतीय शोधकर्ताओं (रिसर्चर) द्वारा प्रस्तावित किए गए हैं.
- ग्रुप कैप्टन शुक्ला स्पेस टू अर्थ आउटरीच कार्यक्रम में भाग लेंगे और अंतरिक्ष से एक VIP के साथ बातचीत करेंगे. चालक दल के सात सदस्य पहले से ही इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर हैं.
- 29 मई के पहले लॉन्च डेट की घोषणा के बाद से Axiom-4 मिशन को कई बार टाला गया है. कभी देरी मौसम में खराबी की वजह से हुई तो कभी रॉकेट के लिक्विड ऑक्सीजन में रिसाव की वजह से.. यानी इसके पीछे कई तकनीकी गड़बड़ियों सहित विभिन्न मुद्दे वजह रहे. 25 जून अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा द्वारा घोषित छठी तारीख है.
- Axiom-4 मिशन इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए चौथा प्राइवेट अंतरिक्ष मिशन है. इसे नासा के साथ साझेदारी में ह्यूस्टन स्थित Axiom Space द्वारा भेजा जा रहा है.
- भारत-अमेरिका Axiom-4 मिशन को कभी-कभी मिशन आकाश गंगा भी कहा जाता है. यह पहली बार जून 2023 में सामने आया जब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की ऑफिशियल यात्रा के दौरान भारत-अमेरिका ने संयुक्त बयान में इसका जिक्र किया था.
- समझौते में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को भेजने के लिए इसरो और नासा के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास की कल्पना की गई थी, जो भारत-अमेरिका अंतरिक्ष सहयोग में एक नया अध्याय शुरू करेगा.