बुकर पुरस्कार से सम्मानित लेखक सलमान रुश्दी की अगस्त में पश्चिमी न्यूयॉर्क में हुए हमले के बाद एक आंख की रोशनी चली गयी है. साथ ही उनके एक हाथ ने भी काम करना बंद कर दिया है. उनके एक प्रतिनिधि ने इस बात की जानकारी दी है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार एंड्रयू वाइली, जो शाऊल बोलो और रॉबर्टो बोलानो जैसे साहित्यिक दिग्गजों का प्रतिनिधित्व करते हैं, ने स्पेनिश समाचार पत्र एल पेस के साथ एक साक्षात्कार में रुश्दी पर हुए "क्रूर" हमले में उन्हें लगी चोटों को लेकर जानकारी दी है. वाइली ने रुश्दी के घावों को काफी "गहरा" बताया और कहा कि एक आंख की दृष्टि उनकी चली गयी है. उन्होंने कहा कि उनके गले में तीन गंभीर घाव थे. एक हाथ ने काम करना बंद कर दिया है. क्योंकि उसके हाथ की नसें कट गई थी. उसके सीने और धड़ में लगभग 15 घाव थे.
बताते चलें कि मुंबई में जन्मे विवादास्पद लेखक रुश्दी को ‘द सैटेनिक वर्सेज' लिखने के बाद वर्षों तक इस्लामी चरमपंथियों से मौत की धमकियों का सामना करना पड़ा. घटना के बाद उन्हें एक स्थानीय ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया और कई घंटे चली सर्जरी के बाद वेंटिलेटर पर रखा गया था.
‘पेन अमेरिका' की सीईओ सुजैन नोसेल ने कार्यक्रम की शुरुआत में कहा, ‘‘रुश्दी शब्दों के इस्तेमाल में महारत रखते हैं और लेखक पर उनके काम के कथित अपराध को लेकर हमला किया गया.''
हमले के दो दिन बाद, उनके बेटे जफर रुश्दी ने एक बयान में कहा था कि उनका परिवार इसको लेकर ‘‘बेहद राहत महसूस कर रहा है'' कि रुश्दी को वेंटिलेटर और अतिरिक्त ऑक्सीजन से हटा दिया गया है और वह अब थोड़ा बहुत बात कर पा रहे हैं.
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