बंद कमरे की वो बात... जब डील के उस्ताद ट्रंप 'मोल-भाव' में PM मोदी का लोहा भी मान गए

पीएम मोदी और राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के बीच हुई साझा प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में एक सवाल के जवाब में डोनाल्ड ट्रंप ने मुस्‍कुराते हुए कहा कि पीएम मोदी बहुत अच्‍छे और टफ नेगोशिएटर हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
मोदी से मुलाकात से पहले ट्रंप ने फोड़ा 'टैरिफ बम', लेकिन...
वाशिंगटन:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के बीच बंद में हुई द्विपक्षीय वार्ता के बीच टैरिफ का मुद्दा भी शामिल रहा होगा, इसमें कोई दो राय नहीं है. राष्‍ट्रपति ट्रंप पिछले कुछ समय से लगातार 'टैरिफ बम' फोड़ रहे हैं. आज भी उन्‍होंने पीएम मोदी से मुलाकात करने से पहले नई टैरिफ पॉलिसी पर साइन किये. लेकिन ऐसा लग रहा है कि टैरिफ के मुद्दे पर नेगोशिएशन में पीएम मोदी बाजी मार ले गए. राष्‍ट्रपति ट्रंप ने साझा प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान इशारों ही इशारों में इस बात को स्‍वीकार भी किया और इस दौरान उनके चेहरे के भाव देखने लायक थे.

मोलभाव में ट्रंप ने माना मोदी का लोहा 

पीएम मोदी और राष्‍ट्रपति ट्रंप के बीच हुई द्विपक्षीय वार्ता के बाद साझा प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में एक पत्रकार ने ट्रंप से पूछा कि आप पीएम मोदी को हमेशा अच्‍छा नेगोशिएटर बताते हैं, लेकिन आज नेगोशिएशन में कौन किस पर भारी रहा? इस सवाल के जवाब में राष्‍ट्रपति ट्रंप ने मुस्‍कुराते हुए कहा, 'वह (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोद) मुझसे ज्‍यादा टफ  नेगोशिएटर हैं, मुझे कहीं बेहतर  नेगोशिएटर हैं. नेगोशिएशन में इनसे मेरा कोई मुकाबला नहीं है... ओके. इसके बाद ट्रंप के चेहरे के भाव से अंदाजा लगाया जा सकता था कि बंद कमरे में टैरिफ को लेकर हुए मोलभाव में क्‍या हुआ.

मोदी से मुलाकात से पहले ट्रंप ने फोड़ा 'टैरिफ बम', लेकिन...

राष्‍ट्रपति ट्रंप ने आज पीएम मोदी पर 'टैरिफ' के मुद्दे पर दबाव बनाने की पूरी रणनीति बनाई थी. इसी रणनीति के तहत पीएम मोदी से मुलाकात के चंद घटों पहले ट्रंप ने 'टैरिफ बम' फोड़ा और नई टैरिफ नीति पर साइन कर दिये. इस नीति के मुताबिक, अमेरिका अब अन्‍य देशों पर उतना ही टैरिफ लगाएंगे, जितना वो लगाते हैं. ट्रंप का कहना है कि व्यापार के मामले हमनें निष्पक्षता के साथ यह निर्णय लिया है कि हम पारस्परिक टैरिफ (reciprocal tariffs) लागू करेंगे, जिसका मतलब है कि जो भी देश अमेरिका से शुल्क वसूलते हैं, हम भी उन पर शुल्क लगाएंगे- न ज्यादा, न कम.' इसके बाद राष्‍ट्रपति ट्रंप ने कहा कि भारत उन देशों में शामिल है, जो सबसे ज्‍यादा टैरिफ वसूलता है. भारत में व्‍यापार करना बेहद मुश्किल है. ये साफ नजर आ रहा था कि दबाव की कूटनीति हो रही है. लेकिन राष्‍ट्रपति ट्रंप का कोई दाव काम नहीं आया.

वह (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोद) मुझसे ज्‍यादा टफ नेगोशिएटर हैं, मुझे कहीं बेहतर नेगोशिएटर हैं. नेगोशिएशन में इनसे मेरा कोई मुकाबला नहीं है.

डोनाल्‍ड ट्रंप

अमेरिका के राष्‍ट्रपति

ये भी पढ़ें :- ट्रंप, एलन मस्क, वाल्ट्ज… US में PM मोदी की बैक-टू-बैक मुलाकात, 24 घंटे में भारत को क्या मिला?

पीएम मोदी ने ट्रंप को बताया डील का उस्‍ताद

पीएम मोदी की एलन मस्‍क के साथ क्‍या डील हुई...? इस सवाल पर पीएम मोदी ने मुस्‍कुराते हुए कहा, 'एलन मस्क और मेरा बहुत पुराना परिचय रहा है. जब मैं सीएम था, तभी से उनसे परिचय रहा है. वह पूरे परिवार के साथ बच्चों के साथ मिलने के लिए आए थे. पारिवारिक माहौल में बात हुई है. जहां तक डील का सवाल है तो पूरी दुनिया में डील शब्द का कॉपीराइट एक ही व्यक्ति है, और उस व्यक्ति का नाम है ट्रंप.

Advertisement

ये भी पढ़ें :- मुलाकातों का दौर, ट्रंप संग बंद कमरे की बैठक से लेकर सवालों के जवाब तक... 7 घंटे की पूरी कहानी

Featured Video Of The Day
Aryan Khan को NDTV Indian Of The Year 2025 में Debut Director ऑफ द ईयर का पुरस्कार मिला