PM Modi China Visit LIVE Updates: चीन का छठा सबसे बड़ा तियानजिन शहर रविवार को सात साल बाद दो महाशक्तियों के मिलन का गवाह बना. शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई. मोदी-चिनफिंग की मुलाकात पर दुनिया की नजरें हैं. जाहिर तौर पर टैरिफ के तूफानी घोड़े पर सवार अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप भी इसे गौर से देख रहे होंगे. बैठक में पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सुधरते संबंधों का जिक्र किया.
राष्ट्रपति शी चिनफिंग से बातचीत के दौरान PM मोदी ने कहा...
- हम द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
- सैनिकों के पीछे हटने के बाद सीमा पर शांति एवं स्थिरता कायम है.
- सीमा प्रबंधन को लेकर हमारे विशेष प्रतिनिधियों के बीच सहमति बनी थी.
- भारत और चीन के बीच सीधी उड़ान सेवाएं फिर से शुरू हो रही हैं.
- हम आपसी विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता के आधार पर अपने संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
- मैं शंघाई सहयोग संगठन की चीन की सफल अध्यक्षता के लिए आपको बधाई देता हूं.
55 मिनट तक चली मुलाकात
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "हमारे विशेष प्रतिनिधियों के बीच सीमा प्रबंधन को लेकर एक समझौता हुआ है. कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू हुई है. दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें भी फिर से शुरू की जा रही हैं. दोनों देशों के 2.8 अरब लोगों के हित हमारे सहयोग से जुड़े हैं. इससे संपूर्ण मानवता के कल्याण का मार्ग भी प्रशस्त होगा. हम आपसी विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता के आधार पर अपने संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं." ये मुलाकात कुल 55 मिनट तक हुई.
PM मोदी मुख्य रूप से शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के 31 अगस्त और 1 सितंबर तक आयोजित होने वाले वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए चीन में हैं. चीन के SCO समिट की NDTV एक्सक्लूसिव कवरेज कर रहा है. एनडीटीवी के दो वरिष्ठ पत्रकार आदित्य राज कौल और गौरी द्विवेदी इस समिट के अंदर और बाहर की हर जानकारी और विश्लेषण दे रहे हैं. जानिए SCO Summit 2025 के LIVE अपडेट्स..
डायरेक्ट फ्लाइट से लेकर कैलाश मानसरोवर तक... तियानजिन में मोदी-जिनपिंग के बीच हुई क्या-क्या बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय चीन के तियानजिन में हैं और यहां पर वह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के लिए आए हैं. चीन के साथ तनावपूर्ण संबंधों को फिर से पटरी पर लाने के चल रही कोशिशों के बीच, प्रधानमंत्री मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय मुलाकात कर रहे हैं. निर्धारित समय के अनुसार, यह बैठक करीब 40 मिनट तक चलने की संभावना है. दोनों नेताओं की पिछली मुलाकात रूस के कज़ान में 2024 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी. पीएम मोदी सात वर्षों में पहली बार चीन गए हैं. एससीओ सम्मेलन 31 अगस्त से 1 सितंबर तक चलेगा.
बहुत अच्छी बात है कि वह यहां आए... 7 साल बाद चीन गए पीएम मोदी तो क्या बोली चीनी जनता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय चीन में हैं और वह यहां पर रविवार से शुरू हुए शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन के लिए आए हैं. सात साल के बाद पीएम मोदी पहली बार चीन गए हैं और उनके इस दौरे पर दुनियाभर की नजरें टिकी हुई हैं. उनकी यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब साल 2020 में गलवान संघर्ष के बाद दोनों देशों के बीच दूरिया काफी बढ़ गई थीं. अमेरिका के साथ बढ़ते तनाव के बीच पीएम मोदी का चीन जाना साथ कूटनीतिक संबंधों में नरमी का एक और संकेत है. वहीं यहां की जनता भी पीएम मोदी को लेकर अपनी राय रखती है.
SCO समिट में चीन की रोबोट स्योखा का जलवा, भारत को लेकर क्या बोली? देखिए वीडियो
चीन इस बार शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट की मेज़बानी कर रहा है और आयोजन को लेकर बेहतरीन तैयारियां की गई हैं. समिट के ज़रिए चीन न केवल क्षेत्रीय कूटनीति में अपनी भूमिका मज़बूत करना चाहता है, बल्कि यह दिखाना भी चाहता है कि टेक्नॉलॉजी और नवाचार के क्षेत्र में वह कितना आगे बढ़ चुका है. इसी सिलसिले में NDTV इंडिया की टीम पहुंची इंटरनेशनल मीडिया सेंटर, जहां से समिट की हर गतिविधि पर नज़र रखी जा रही है. यहां परंपरागत मीडिया सेटअप के बीच सबसे ज़्यादा ध्यान खींचा स्योखा नाम के रोबोट ने.
"भारत और चीन दुनिया के दो सबसे ज्यादा आबादी वाले देश और ग्लोबल साउथ के प्रमुख सदस्य हैं"
अपने भाषण में, शी जिनपिंग ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और चीन दुनिया के दो सबसे ज्यादा आबादी वाले देश और ग्लोबल साउथ के प्रमुख सदस्य हैं. उन्होंने दोनों देशों के बीच मित्रवत पड़ोसियों की तरह व्यवहार करने और मिलकर काम करने की जरूरत है. साथ ही उन्होंने प्रतीकात्मक तौर पर चीन को ड्रैगन और भारत को हाथी बताया. जिनपिंग ने कहा, 'प्रधानमंत्री महोदय, आपसे दोबारा मिलकर मुझे बहुत खुशी हुई. मैं एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए चीन में आपका स्वागत करता हूं. पिछले साल, कजान में हमारी एक सफल मीटिंग हुई थी.'
PM Modi China Visit Live Updates: रूस के राष्ट्रपति से भी होगी मोदी की मुलाकात
PM Modi China Visit Live Updates: शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी और शी जिनपिंग के अलावा रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी शामिल हो सकते हैं. अमेरिका की टैरिफ नीतियों के बीच तीन देशों के नेताओं की मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है.
पीएम मोदी आपसे मिलकर खुशी हुई: जिनपिंग
राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने वार्ता के प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि आपसे मिलकर खुशी हुई है. मैं SCO समिट में आपका स्वागत करता हूं.
PM Modi China Visit Live Updates: पीएम मोदी और शी जिंनफिंग की मुलाकात हुई खत्म, कई अहम मुद्दों पर हुई चर्चा
PM Modi China Visit Live Updates: पीएम मोदी और शी जिंनफिंग की मुलाकात खत्म हो गई है. ये मुलाकात कुल 55 मिनट हुई है. इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हुई है.
China SCO Summit Live News: "शांति और स्थिरता का माहौल बना है": मोदी
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "पिछले साल कज़ान में हमारी बहुत ही सार्थक चर्चा हुई जिसने हमारे संबंधों को सकारात्मक दिशा दी. सीमा पर सैनिकों की वापसी के बाद, शांति और स्थिरता का माहौल बना है."
आपसी विश्वास जरूरी... चीन के राष्ट्रपति संग बैठक में बोले PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिंनफिंग के साथ हो रही बैठक में कहा कि आपसी विश्वस जरूरी है. आपसी विश्वास रिश्तों का आधार है
PM Modi Meeting with Xi Jinping Live: आपसी विश्वास जरूरी: शी जिंनफिंग से बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिंनफिंग के साथ हो रही बैठक में कहा कि आपसी विश्वस जरूरी है. आपसी विश्वास रिश्तों का आधार है
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति शी जिंनफिंग की बैठक 40 मिनट तक चलेगी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने रविवार को यहां द्विपक्षीय वार्ता की. यह मुलाकात अमेरिका के शुल्क विवाद की पृष्ठभूमि में हो रही है जिसका प्रभाव दुनिया भर की लगभग सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं पर पड़ा है. मोदी सात साल के अंतराल के बाद शनिवार को दो दिवसीय यात्रा पर चीन पहुंचे. वार्ता में दोनों नेताओं के भारत-चीन आर्थिक संबंधों का जायजा लेने तथा पूर्वी लद्दाख सीमा विवाद के बाद गंभीर तनाव में आए संबंधों को और सामान्य बनाने के कदमों पर विचार-विमर्श करने की संभावना है.
मोदी रविवार से शुरू हो रहे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के दो दिवसीय वार्षिक शिखर सम्मेलन में मुख्य रूप से भाग लेने के लिए चीन में हैं. हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाले प्रशासन की व्यापार और शुल्क संबंधी नीतियों के बाद भारत और अमेरिका के संबंधों में आए तनाव के मद्देनजर शी के साथ मोदी की बैठक अधिक महत्वपूर्ण हो गई है.
तियानजिन की अपनी यात्रा से पहले मोदी ने कहा था कि विश्व आर्थिक व्यवस्था में स्थिरता लाने के लिए भारत और चीन का मिलकर काम करना महत्वपूर्ण है. जापान के समाचार पत्र ‘द योमिउरी शिंबुन’ के साथ एक साक्षात्कार में मोदी ने कहा कि भारत और चीन के बीच स्थिर और सौहार्दपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों का क्षेत्रीय एवं वैश्विक शांति और समृद्धि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
मोदी ने शुक्रवार को प्रकाशित साक्षात्कार में कहा, “विश्व अर्थव्यवस्था में मौजूदा अस्थिरता को देखते हुए, दो प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के रूप में भारत और चीन का विश्व आर्थिक व्यवस्था में स्थिरता लाने के लिए मिलकर काम करना महत्वपूर्ण है.”
PM मोदी-जिनपिंग की मीटिंग...
भारत-चीन संबंधों में आई नरमी
यह बैठक गलवान 2020 संघर्ष के बाद पहली बार भारत-चीन संबंधों में आई नरमी के बाद हो रही है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा लगाए गए शुल्कों को लेकर अमेरिका के साथ तनावपूर्ण संबंधों के मद्देनजर यह महत्वपूर्ण है.
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बैठक शुरू
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक शुरू हो गई है.
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा से चीन-भारत संबंधों में नई गति आएगी: भारत में चीनी राजदूत
भारत में चीनी राजदूत शू फेइहोंग ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के लिए चीन की यात्रा पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तियानजिन में गर्मजोशी से स्वागत किया और विश्वास व्यक्त किया कि "यह यात्रा चीन-भारत संबंधों को नई गति प्रदान करेगी." उन्होंने X पर एक पोस्ट में कहा, "#SCO शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का चीन में हार्दिक स्वागत है. मुझे विश्वास है कि यह यात्रा चीन-भारत संबंधों को नई गति प्रदान करेगी."
प्रतिबंध विकास में बाधा डालते हैं: टैरिफ पर बोल पुतिन
रूसी राष्ट्रपति ने अमेरिकी प्रतिबंधों की आलोचना की है. पुतिन ने टैरिफ को भेदभावपूर्ण प्रतिबंधों बताते हुए कहा है कि प्रतिबंध विकास में बाधा डालते हैं. प्रतिबंधों के विरुद्ध रूस और चीन का साझा रुख है.
तियानजिन पहुंचे रूस के राष्ट्रपति
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आगामी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के लिए तियानजिन पहुंचे गए हैं. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. यहां पहुंचे नेताओं में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू शामिल हैं. नेताओं का शिखर सम्मेलन सोमवार को होगा.
विभिन्न देशों के नेताओं से गहन चर्चा करने का इंतजार- प्रधानमंत्री मोदी
समिट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी कई महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठकें करेंगे. जिनमें चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से रविवार और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से सोमवार को बैठक होने की संभावना है. इससे पहले दोनों नेताओं की प्रधानमंत्री मोदी की पिछली मुलाकात 2024 में रूस के कजान में ब्रिक्स समिट के दौरान हुई थी. इस बैठक में भारत और चीन के बीच सीमा पर पेट्रोलिंग को लेकर एक समझौता हुआ था, जिससे चार साल से चल रहे सीमा विवाद का समाधान निकाला गया.
जानें पीएम मोदी का क्या है पूरा कार्यक्रम
मोदी 25वें शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उच्च स्तरीय द्विपक्षीय बैठकें करेंगे. पीएम मोदी आज कई सारे बैठक करने वाले हैं. उनके तय कार्यक्रम के अनुसार-
09:30 – 10:10: राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक
14:30 – 15:15: द्विपक्षीय बैठक का स्लॉट है
16:30 – 18:00: एससीओ में राष्ट्राध्यक्षों/शासनाध्यक्षों का आधिकारिक स्वागत होगा
चीन में बैठेंगे दुनिया की 49% आबादी और 31% अर्थव्यवस्था के नेता और हिलेंगे ट्रंप!
शंघाई सहयोग संगठन (SCO). वैसे तो ये एक क्षेत्रीय संगठन है जो सुरक्षा, आर्थिक सहयोग और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए एशियाई देशों को एक मंच पर लाता है, लेकिन इस बार चीन के तियानजिन शहर में जब इसके सदस्य देश 25वें शिखर सम्मेलन के लिए जुटेंगे तो एक नया संदेश देंगे. ये सम्मेलन ऐसे समय हो रहा है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के मनमाने टैरिफ से दुनिया में आर्थिक उथलपुथल के हालात हैं. एससीओ के देश सामूहिक ताकत से ट्रंप को आईना दिखाएंगे. एससीओ से जुड़े देशों का दुनिया का कुल आबादी में करीब 49% और ग्लोबल इकोनोमी में लगभग 31% हिस्सा है.
विश्व नेताओं से मुलाकात को लेकर उत्सुक: पीएम मोदी
पीएम मोदी अपनी दो देशों की यात्रा के दूसरे और अंतिम चरण के तहत जापान से चीन के तियानजिन पहुंचे. उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “चीन के तियानजिन में उतरा हूं. एससीओ शिखर सम्मेलन में विचार-विमर्श और विभिन्न विश्व नेताओं से मुलाकात को लेकर उत्सुक हूं.”