अमेरिका से निर्वासित किए गए दर्जनों अप्रवासी हथकड़ी में विमान से ब्राजील पहुंचे. इस पर ब्राजील सरकार ने नाराजगी व्यक्त की है. उसने कहा है कि वह डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन से इस पर स्पष्टीकरण मांगेगी. ब्राजील के विदेश मंत्रालय ने कहा कि घर वापसी के दौरान अप्रवासियों के साथ किया गया व्यवहार मानवाधिकारों की "घोर अवहेलना" है.
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब लैटिन अमेरिका अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कट्टर अप्रवासी विरोधी एजेंडे से जूझ रहा है. एक सप्ताह पहले सत्ता में लौटने के बाद से ट्रम्प ने अनियमित प्रवास और सामूहिक निर्वासन पर अपनी कार्रवाई की योजनाओं को लागू किया है. कई विमानों से अवैध अप्रवासियों को ग्वाटेमाला और ब्राजील जैसे विभिन्न देशों में ले जाया जा रहा है.
जब ऐसा ही एक प्लेन ब्राजील के उत्तरी शहर मनौस में उतरा, तो अधिकारियों ने कथित तौर पर पाया कि विमान में सवार 88 ब्राजीलियाई लोगों को हथकड़ी लगी हुई थी. ब्राजील के न्याय मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उन्होंने अमेरिकी अधिकारियों को "तुरंत हथकड़ी हटाने" का आदेश दिया.
बयान में कहा गया है कि न्याय मंत्री रिकार्डो लेवांडोव्स्की ने राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा को "ब्राजील के नागरिकों के मौलिक अधिकारों की घोर उपेक्षा" के बारे में बताया.
विदेश मंत्रालय ने एक्स पर कहा कि ब्राजील शुक्रवार को रात की उड़ान में "यात्रियों के साथ अपमानजनक व्यवहार के बारे में अमेरिकी सरकार से स्पष्टीकरण मांगेगा."
विमान में सवार ब्राजीलियाई लोगों में 31 साल के कंप्यूटर तकनीशियन एडगर दा सिल्वा मौरा भी शामिल थे. निर्वासित होने से पहले वह सात महीने तक अमेरिका में हिरासत में रहे.
उन्होंने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "विमान में, उन्होंने हमें पानी नहीं दिया, हमारे हाथ-पैर बंधे हुए थे, उन्होंने हमें बाथरूम भी नहीं जाने दिया." मौरा ने कहा, "वहां बहुत गर्मी थी, कुछ लोग बेहोश हो गए."
इक्कीस साल के लुइस एंटोनियो रोड्रिग्स सैंटोस भी विमान में थे. उन्होंने विमान में तकनीकी समस्याओं के कारण "बिना एयर कंडीशनिंग के चार घंटे" के सफर के दौरान "सांस की समस्याओं" से पीड़ित लोगों के "दुःस्वप्न" को याद किया. उन्होंने कहा, "चीजें पहले ही बदल चुकी हैं (ट्रंप के साथ), अप्रवासियों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है."
यह उड़ान मूल रूप से दक्षिण-पूर्वी शहर बेलो होरिज़ोंटे के लिए निर्धारित थी, लेकिन तकनीकी समस्या के कारण इसे मनौस में उतरना पड़ा.
उड़ान ट्रंप के प्लान का हिस्सा नहीं
एक सरकारी सूत्र ने एएफपी को बताया कि निर्वासन उड़ान का सीधा संबंध ट्रंप द्वारा पदभार ग्रहण करने पर जारी किए गए किसी भी इमिग्रेशन आर्डर से नहीं था, बल्कि यह 2017 के द्विपक्षीय समझौते से उपजा था.
ब्राजील के मानवाधिकार मंत्री मैके एवरिस्टो ने पत्रकारों को बताया कि, उड़ान में ऑटिज्म से पीड़ित बच्चे ... बहुत गंभीर अनुभवों से गुजरे हैं.
ब्राजील के टेलीविजन पर फुटेज में कुछ यात्री नागरिक विमान से उतरते हुए दिखाई दिए, जिनके हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां लगी हुई थीं.
न्याय मंत्रालय ने कहा, "स्थिति के बारे में जानने के बाद राष्ट्रपति लूला ने आदेश दिया कि ब्राजीलियाई लोगों को उनके अंतिम गंतव्य तक पहुंचाने के लिए ब्राजीलियाई वायु सेना (FAB) के विमान को तैनात किया जाए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे अपनी यात्रा सम्मान और सुरक्षा के साथ पूरी कर सकें."
ब्राजील सरकार के एक सूत्र ने एएफपी को बताया कि मनौस में पहुंचे निर्वासित लोग "अपने दस्तावेजों के साथ" यात्रा कर रहे थे, जिससे पता चलता है कि वे घर लौटने के लिए सहमत थे.
ट्रम्प का इमिग्रेशन एक्शन
डोनाल्ड ट्रम्प ने चुनाव प्रचार के दौरान अवैध इमिग्रेशन पर कार्रवाई का वादा किया था और अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत अमेरिका में एंट्री को सुधारने के उद्देश्य से कार्रवाइयों की झड़ी लगा दी. अपने कार्यकाल के पहले दिन, उन्होंने दक्षिणी अमेरिकी सीमा पर "राष्ट्रीय आपातकाल" घोषित करने के आदेशों पर हस्ताक्षर किए और "आपराधिक विदेशियों" को निर्वासित करने का संकल्प लेते हुए क्षेत्र में और अधिक सैनिकों की तैनाती की घोषणा की.
सोमवार से कई निर्वासन उड़ानों ने जनता और मीडिया का ध्यान आकर्षित किया. हालांकि पिछले अमेरिकी राष्ट्रपतियों के शासन काल में भी ऐसी कार्रवाइयां आम थीं.