इजरायल-गाजा के बीच पिछले लंबे समय से चल रहा युद्ध (Israel Gaza War) थमने का नाम नहीं ले रहा है. इजरायल 7 अक्टूबर को हुए हमलों का हमास को मुंहतोड़ जवाब दे रहा है. गाजा के दूसरे इलाकों में तबाही मचाने के बाद अब इजरायली सेना दक्षिणी गाजा के राफा शहर (IDF In Rafah) में घुस चुकी है. यहां वह बड़े स्तर पर सैन्य ऑपरेशन चलाने की तैयारी कर रही है. हालांकि इजरायली डिफेंस फोर्स का कहना है कि पूर्वी राफा में पिन पॉइंटेड इनफॉर्मेशन के आधार पर लिमिटेड ऑपरेशन किया जाएगा. लेकिन इजरायल के आक्रमक रुख का अंदाजा लगा पाना मुश्किल काम नहीं है. इजरायल के गुस्से का अंदाजा तो इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसके टैंकों ने गाजा के एक साइन बोर्ड को रौंद डाला. इससे पता चलता है कि इजरायसी सेना किस कदर बदले की आग में जल रही है और आगे क्या-क्या कर सकती है.
ध्वस्त हो गया I Love Gaza
हालांकि इजरायली सेना का कहना है कि हमास ने केरेम शलोम पोस्ट पर हमला पूर्वी राफा की तरफ से किया, हमास के लड़ाकों ने इस पोस्ट को निशाना बनाया, जिसकी वजह से चार इजरायली सैनिकों की जान चली गई. जिसके बाद अब इजरायल को गाजा में जमीनी कार्रवाई करने का मौका मिल गया है. इसी हमले को आधार बनाकर वह गाजा में कार्रवाई करने की तैयारी में है. इजरायली टैंक हमास के खात्मे के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और वह राफा में घुस चुके हैं और गाजा में हमास को तबाह कर देने की कसम खाए बैठे हैं. इजरायली टैंक ने I Love गाजा लिखे एक साइन बोर्ड को जिस तरह से रौंदा, इसके उसके तेवर समझना मुश्किल काम नहीं है. इसका एक वीडियो भी सामने आया है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इजरायल किस कदर आक्रमक रुख अख्तियार किए हुए है.
इजरायल पहले से कहता रहा है कि दक्षिणी गाजा में करीब 5 से 6 हजार हमास के लड़ाके छिपे हुए हैं. बड़ी बात यह है कि अमेरिका समेत दुनियाभर के देश लगातार इजरायल से दक्षिणी गाजा में जमीनी कार्रवाई करने की मनाही करते रहे हैं. इन देशों का कहना है कि अगर इस इलाके में इस तरह की कार्रवाई की गई तो बड़ी संख्या में मानवीय हानि हो सकती है, लेकिन बदले की आग में चल रहा इजरायल किसी की भी सुनने के लिए तैयार नहीं है.
राफा पर इजरायल के हमले में 27 लोगों की मौत
राफ़ा पर इज़रायल के हमले लगातार जारी हैं. बीती रात हुए हमले में 27 लोगों की मौत हो गई. स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक़ इनमें 6 बच्चे भी शामिल हैं. इजरायली सेना मंगलवार को ही टैंरक लेकर राफा में घुसी है. सेना ने पूर्वी राफ़ा में लिमिटेड ऑपरेशन की बात कही है, लेकिन हालात पूरे गाजा में ही हालात ख़तरनाक बने हुए हैं. इजरायल का कहना है कि उनकी सेना का ये ऑपरेशन जरूरत ते हिसाब से आगे बढ़ेगा. बता दें कि मिस्र-ग़ाज़ा बॉर्डर चेक प्वाइंट पर इज़रायल ने कब्जा कर लिया है, यहां से आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई है. जिसकी वजह से ग़ाज़ा में मानवीय मदद पहुंचना नामुमकिन हो गया है. इस पर यूएन ने भी चिंता जताई है. उसने इजरायल से राफा में ऑपरेशन रोकने के लिए कहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी इस पर गहरी चिंता जताई है. न्यूयॉर्क में राफ़ाा हमले के विरोध में प्रदर्शन भी किया गया है, लेकिन इज़रायल अपने सैन्य अभियान पर अड़ा हुआ है. उसका मकसद बंधकों की वापसी और हमास के ख़ात्मा है. वह कई हफ्तों से हमले की तैयारी कर रहा है.
हमास के खात्मे को तैयार इजरायली सेना
संयुक्त राष्ट्र ने भी इजरायल से दक्षिणी गाजा में जमीनी कार्रवाई न करने को कहा है, लेकिन जिद पर अड़ा इजरायल किसी की भी सुनने के लिए तैयार नहीं है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू लगातार कहते रहे हैं कि राफा में जमीनी कार्रवाई के बिना हमास को परास्त नहीं किया जा सकता. हमास के खात्मे के लिए राफा में जमीनी ऑपरेशन करना जरूरी है. पूर्वी राफा समेत राफा के दूसरे इलाकों से लोग निकलकर दूसरी सुरक्षित जगहों पर आसरा ढूंढ रहे हैं, क्यों कि इजरायल की जिद के बाद यहां पर मानवीय त्रासदी की आशंका काफी बढ़ गई है. हालांकि इजरायल ने जिन इलाकों को अभी रेड घोषित नहीं किया है, वहां से भी डरे-सहमे राफा के लोग दूसरी जगहों पर भागने की कोशिश कर रहे हैं. उनको लगता है कि इजरायल की बड़े स्तर पर होने वाली जमीनी कार्रवाई की ज़द में वह आ सकते हैं.
खान यूनिस और मध्य गाजा सुरक्षित जोन
इजरायल की तरफ से खान यूनिस और मध्य गाजा राफा के लोगों को लिए सुरक्षित जोन माना जा रहा है, इन्हीं इलाकों में राफा के लोगों ने पहुंचना शुरू कर दिया है. दरअसल इन इलाकों में लोगों के रहने और खाने-पीने और दवा की उचित व्यवस्था है. गाजा के लोगों से इजरायली सेना का कहना है कि हमास के कब्जे वाले क्षेत्र तो छोड़कर चले जाएं.
पूर्वी राफा में इजरायली टैंकों का जमावड़ा
इजरायली टैंकों का जमावड़ा इन दिनों पूर्वी राफा में लगा हुआ है. कहा जाता रहा है कि इजरायली सेना का यह जमीनी ऑपरेशन करीब 6 हफ्ते तक चलेगा. इस ऑपरेशन के जरिए हमास को राफा से उखाड़ फेंकने की बात कही जा रही है. माना ये भी जा रहा है, इससे राफा में रह रहे 14-15 लाख फिलिस्तीनियों को काफी पेरशानी होगी. जिनमें करीब 7 लाख शरणार्थी भी शामिल हैं. बता दें कि राफा क्रॉसिंग पर इजरायल के कब्जे के बाद संकट और भी गहराने लगा है, क्यों कि यही वह जगह है, जहां से राहत सामग्री गाजा के लोगों तक पहुंचाई जा रही है. अब इजरायली टैंक राफा में घुस चुके हैं, और जमीनी ऑपरेशन की तैयारी में जुट गए हैं.
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