इजरायल पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हैं. सवाल यह है कि ईरान ने जिस तरह से मंगलवार रात उस पर मिसाइलों की बौछार की, इसका जवाब वह किस तरह देगा? इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू बदले की बात कह चुके हैं. उनके मुताबिक वक्त और जगह चुननी बाकी है. इन सबके बीच इजरायल और ईरान में एक अलग ही तरह का युद्ध चल रहा है. यह है माइंडगेम. इसे आप ईरानी मिसाइल हमले के ठीक बाद इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) के उस ट्वीट से समझ सकते हैं, जिसमें उसने पुराने यरुशलम के भी ईरानी हमले की जद में आने की बात कहते हुए इसे यहूदी ही नहीं, बल्कि मुस्लिमों और ईसाइयों पर भी हमले से जोड़ दिया था. ईरानी हमले को लेकर भी सोशल मीडिया पर जबर्दस्त मानसिक जंग चल रहाी है. कहीं ईरानी हमले को फुस्स बताया जा रहा है, तो कहीं इजरायल की कमर तोड़ देने की बाद कही जा रही है. जानिए युद्ध के बीच कैसे ईरान और इजरायल में मानसिक युद्ध चल रहा है.
ये भी पढ़ें-ईरान के हमले के बाद इंतकाम की आग में जल रहे नेतन्याहू, UN ने की जंग रोकने की बात, 10 बड़े अपडेट | Live Update
मोसाद हेडक्वार्टर तबाह!
ईरान की ओर से दावा किया जा रहा है कि मंगलवार रात दागी गई मिसाइलों ने इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद का हेडक्वार्टर तबाह करके रख दिया है. उससे पहले हिजबुल्लाह ने भी कुछ ऐसा ही दावा किया था. उसने मंगलवार को कहा था कि मोसाद हेडक्वार्टर को उसने निशाना बनाया है. सवाल ये है कि इतना बड़ा नुकसान हो गया तो इजरायल अब तक चुप क्यों है. दरअसल ईरान के इस दावे को लेकर इजरायल ने अब तक कुछ भी नहीं कहा है. सच्चाई क्या है, यह अभी तक किसी को पता नहीं है. माना जा रहा है कि इन दावों के जरिए एक मनोवैज्ञानिक बढ़त लेने की कोशिश की जा रही है.
इजरायल का आयरन डोम फेल हो गया?
ईरान दावा कर रहा है कि उनके मिसाइल हमलों से इजरायल को काफी नुकसान पहुंचा है. यहां तक कि उसका आयरन डोम भी फेल हो गया. लेकिन इजरायल का कहना है कि दुनिया की सबसे बेहतरीन वायु रक्षा प्रणालियों में एक उनके आयरन डोम ने ईरानी मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर दिया यानी कि इन मिसाइलों को उसने हवा में ही मार गिराया. आयरन डोम इजरायल का रक्षा कवच माना जाता है. ईरान कह रहा है कि उसके मिसाइल हमलों में ये रक्षा कवच फेल साबित हुआ है, इसी वजह से वह इजरायल में बड़ा नुकसान करने में कामयाब हो गया. सोशल मीडिया पर दोनों देशों के समर्थक भिड़े हुए हैं.
20 F-35 फाइटर जेट तबाह
सोशल मीडिया पर यह भी दावा किया जा रहा है कि रात के अंधेरे में किए गए उसके हमलों में इजरायल के 20 अमेरिकी एफ-35 फायटर जेट पूरी तह से नष्ट हो गए. उसने तो बड़ी तादाद में इजरायली टैंकों को नुकसान पहुंचाने की भी बात कही है. बता दें कि एफ-35 दुनिया के आधुनिक पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट विमानों में शामिल हैं, जो इजरायल की एयर डिफेंस की ताकत माने जाते हैं. ईरान के ये दावे इजरायल के दावों के बिल्कुल अलग हैं. इसमें कितनी सच्चाई है, इसकी भी आधिकारिक जानकारी नहीं है. लेकिन जुबानी जंग चल रही है.
ईरान की मिसाइलें फुस्स निकलीं?
ईरान भले ही इजरायल में जमकर तबाही मचाने का दावा कर रहा हो, लेकिन यहूदी देश का तो कुछ और ही कहना है. इजरायल तो कह रहा है कि ईरान की उन 180 मिसाइलों से कुछ हुआ ही नहीं. उनका आयरन डोम इतना मजबूत है कि उसने मिसाइलों का हवा में ही खात्मा कर दिया, जिसकी वजह से किसी को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा. और तो और उनके नागरिक तो पहले से ही बंकरों में छिपे हुए थे, तो ईरानी मिसाइलों ने नुकसान पहुंचाया किसे?
1000 से 1500 मिसाइलें दागने का दावा
ईरान कह रहा है कि उसने 180 मिसाइलें दागीं लेकिन इजरायल के पूर्व सैनिक बेनी बेंजामिन का दावा है कि एक हजार से 1500 मिसाइलें ईरान ने इजरायल की तरफ दागी थीं. ये हमला अप्रैल में हुए हमले से भी काफी बड़ा था. अब मिसाइलों को लेकर भी दोनों का दावा अलग-अलग है. आखिर इस तरह की बातें कहकर दोनों करना क्या चाह रहे हैं, ये समझने वाली बात है.
यहूदी ही नहीं, मुस्लिमों, ईसाइयों को भी नहीं छोड़ा
इजरायली सेना का दावा है कि ईरान ने सिर्फ यहूदियों को ही निशाना नहीं बनाया है. वह तो मुस्लिमों और ईसाइयों पर भी हमला कर रहा है. IDF ने एक फुटेज जारी कर दावा किया है कि ईरान ने यहूदियों के पवित्र स्थल यरुशलम पर मिसाइलों की बौछार कर दी. उसने यहूदियों के साथ ही मुस्लिमों और ईसाइयों पर भी हमला किया है. ईरानी सकार हर किसी को टारगेट कर रही है.
दोनों देशो में पोस्टर वॉर
इजरायल पर पहले मिसाइलें दागीं. अब पोस्टर वॉर भी ईरान ने शुरू कर दिया है. उसने एक पोस्टर जारी किया है, जिसमें 11 लोगों के नाम और फोटो छपे हैं. ईरान ने इनको 'इजरायल के आतंकवादी' कहा है. इस पोस्टर में सबसे टॉप पर नाम है प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का. इसके बाद इजरायली रक्षा एजेंसी से लेकर जल, थल और वायु सेना तक सबके कमांडरों के नाम और फोटो इस पोस्टर पर लगे हैं. ये पोस्टर ईरान ने बिल्कुल उसी तरह से जारी किया है, जैसे इजरायल ने हिजबुल्लाह को लेकर किया था. ईरान इन लोगों को वॉन्टेड बताकर कह रहा है कि वह इनको जिंदा या मुर्दा, कैसे भी चाहता है.
ये भी पढ़ें-एक-दूसरे के सिर पर हाथ, देखिए कैसे गीत गा मैदान-ए-जंग में कूदती है इजरायल की सबसे खतरनाक ब्रिगेड