हमास (Hamas) द्वारा गाजा पट्टी से इजराइल (Israel) के खिलाफ अपना सबसे बड़ा हमला शुरू करने के बाद फिलिस्तीन के साथ शुरू हुए युद्ध के बीच संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के दूत ने कहा कि ईरान हमास समूह के अभियानों की फंडिंग कर रहा है. संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के प्रतिनिधि गिलाद एर्दान ने कहा कि उन्हें पूरा यकीन है कि ईरान हमास के अभियानों का समर्थन कर रहा है और शनिवार सुबह हुए आतंकवादी हमले में 600 से अधिक इजराइली मारे गए और हजारों घायल हो गए.
एर्दान की टिप्पणी ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी के उस बयान के कुछ घंटों बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि ईरान फिलिस्तीनियों के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी थी कि क्षेत्र को खतरे में डालने के लिए इजराइल को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.
रायसी ने कहा, "ईरान फिलिस्तीनी देश की वैध रक्षा का समर्थन करता है." "जायोनी शासन (इजराइल) और उसके समर्थक क्षेत्र में राष्ट्रों की सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए जिम्मेदार हैं और उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए."
उन्होंने सीरिया, लेबनान और इराक में हमास और अन्य समूहों के "प्रतिरोध" प्रयासों की प्रशंसा करते हुए मुस्लिम सरकारों से "फिलिस्तीनी राष्ट्र का समर्थन" करने का आग्रह किया.
ईरान ने जून में हमास और इस्लामिक जिहाद के नेताओं से बातचीत की थी.
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