कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी की वजह से ऑस्ट्रेलिया (Australia) की अंतरराष्ट्रीय सीमा 600 दिनों की बंदी के बाद सोमवार को फिर से खुल गई. इसके बाद सिडनी एयरपोर्ट (Sydney Airport) पर बेहद भावुक नजारा सामने आया. कई परिवारों के लोग पिछले 19 महीनों से एक दूसरे से मिलने को तड़प रहे थे, वे सभी बैन हटते ही सिडनी एयरपोर्ट पर जमा हो गए.
अहले सुबह जैसे ही आंखें मीचते यात्रियों ने किंग्सफोर्ड स्मिथ इंटरनेशनल के आगमन टर्मिनल में प्रवेश करना शुरू कर किया, वैसे ही उनके इंतजार में हाथों में फूल थामे रिश्तेदारों ने आंसू भरी आंखों से निहारते हुए उन्हें बाहों में समेट लिया. एयरपोर्ट पर यह खास नजारा आम दिखने लगा था.
पिछले साल 20 मार्च को, ऑस्ट्रेलिया ने कोरोनोवायरस महामारी के कारण दुनिया के सबसे कठिन सीमा प्रतिबंधों की शुरुआत की थी. इस प्रतिबंध के बाद द्वीपीय महाद्वीप की लगभग सभी यात्राएं रुक गईं थी. इस बैन के खिलाफ आलोचकों ने आस्ट्रेलिया को "धर्मोपदेशक राज्य" करार दिया था.
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टिम टर्नर, जिन्होंने अपने बेटे को एक साल से अधिक समय से नहीं देखा था, ने कहा कि यह "बहुत शानदार" पल है कि वे अब फिर से मिल रहे हैं. उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि सिडनी पहुंचना "सुंदर सपना सा" है.
अस्पताल में अपनी बीमार मां से मिलने इंगलैंड से वापस आई जूली चू ने विमान में कहा कि उन्हें रोना आ रहा है लेकिन रो नहीं पा रही क्योंकि विमान नीचे उतर रहा है. उन्होंने कहा, "मैं अपनी मां को देखकर उनका हाथ छूने का इंतजार नहीं कर सकती. मैं उन्हें पकड़ने के लिए और इंतजार नहीं कर सकती." "यह बहुत ही भावुक होने वाला पल है."
आस्ट्रेलिया आने और वहां से भी बाहर जाने वालों में भी ऐसी ही बेचैनी दिखी. कोई दो साल बाद क्रिसमस मनाने अमेरिका अपने परिवार के पास जा रहा है है तो कोई बीमार मां-बाप से मिलने जा रहा है. 19 महीने बाद इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू होने पर यह भावुक नजारा वहां आम सा होता दिखा.