3 दिन की हिरासत के बाद 300 भारतीयों को लेकर आखिरकार फ्रांस से उड़ा प्लेन, आज मुंबई में लैंडिंग

दुबई से निकारागुआ जा रहे भारतीय नागरिकों वाला प्लेन वैट्री एयरपोर्ट पर फ्यूल भराने के लिए उतरा था. इस दौरान फ्रांस के अधिकारियों को सूचना मिली की इसमें मानव तस्करी के पीड़ितों को ले जाया जा रहा है, जिसके बाद फ्लाइट को उड़ान भरने से रोक दिया गया.

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निकारागुआ जा रहे एयरबस A340 को फ्रांसीसी अधिकारियों ने मानव तस्करी के शक में रोक लिया था
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कोर्ट के आदेश के बाद प्लेन को उड़ान भरने की इजाजत
2 लोगों को बाकी 301 लोगों से रखा गया अलग
भारतीयों में एक 21 महीने का बच्चा शामिल
पेरिस:

मानव तस्करी के शक में फ्रांस (Grounded plane) में रोका गया 303 लोगों वाला प्लेन सोमवार को आखिरकार मुंबई के लिए रवाना हो गया. कुल 303 यात्रियों में 300 लोग भारतीय हैं. प्लेन मंगलवार को मुंबई एयरपोर्ट (Mumbai Airport) पर लैंड करेगा. पहले इसके सोमवार दोपहर 2:20 बजे भारत आने की जानकारी दी गई थी. निकारागुआ जा रहे एयरबस A340 को फ्रांसीसी अधिकारियों ने मानव तस्करी (Human Trafficking) के शक में गुरुवार को वैट्री एयरपोर्ट पर रोक लिया था. यात्रियों से कड़ी पूछताछ की गई थी. फ्रांस की एक कोर्ट के आदेश के बाद भारतीयों के प्लेन को उड़ान भरने की इजाजत दे दी गई. रविवार को 4 जजों ने क्रिसमस की छुट्टियों में भी काम करते हुए हिरासत में रखे गए यात्रियों से पूछताछ करने बाद विमान के रवाना होने के आदेश दिए थे.

फ्रांसीसी अभियोजकों ने दो दिन तक प्लेन में मौजूद यात्रियों से मानव तस्करी को लेकर पूछताछ की थी. इसके बाद रविवार को अधिकारियों ने इस प्लेन को पेरिस से 150 किमी (95 मील) पूर्व में स्थित वैट्री एयरपोर्ट से रवाना होने की हरी झंडी दे दी.

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सभी लोग बताए जा रहे कामगार 
न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक, प्लेन में मौजूद 2 लोगों को बाकी 301 लोगों से अलग रखा गया है. इनसे कड़ाई से पूछताछ की गई थी. वहीं, 10 लोगों ने फ्रांस में ही शरण देने की मांग की थी. सभी लोग कामगार बताए गए हैं, जिन्हें निकारागुआ के रास्ते अमेरिका और कनाडा भेजा जा रहा था.

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यात्रियों में एक 21 महीने का बच्चा भी शामिल
303 भारतीयों में एक 21 महीने का बच्चा और 11 भारतीय नाबालिग हैं, जिनके माता-पिता उनके साथ नहीं हैं. पूछताछ के दौरान कुछ लोग हिंदी में बात कर रहे थे. कुछ लोग तमिल भाषा बोल रहे थे. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि प्लेन में दक्षिण भारत के लोग भी मौजूद थे.

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रोमानिया की लीजेंड एयरलाइंस की लीगल एडवाइजर ने सोमवार को एक फ्रांसीसी टीवी चैनल और रेडियो नेटवर्क को बताया, "स्थिति भ्रामक है. कुछ यात्री वापसी से नाखुश थे... क्योंकि वे प्लानिंग के मुताबिक निकारागुआ की यात्रा पूरी करना चाहते थे."

2 यात्रियों से होगी पूछताछ
रोमानिया स्थित लीजेंड एयरलाइंस के वकील ने कहा कि फंसे हुए ज्यादातर यात्री भारत लौट आएंगे. शुक्रवार से दो यात्रियों को हिरासत में लिया गया है, क्योंकि अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या उन्होंने अन्य यात्रियों की तुलना में एक अलग मकसद के साथ यात्रा की थी. स्थानीय सरकार के अनुसार, कई अन्य यात्रियों ने फ्रांस में शरण की अपील की है. 

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फ्यूल भराने के लिए उतरे प्लेन को रोका
दुबई से निकारागुआ जा रहे भारतीय नागरिकों वाला प्लेन वैट्री एयरपोर्ट पर फ्यूल भराने के लिए उतरा था. इस दौरान फ्रांस के अधिकारियों को सूचना मिली की इसमें मानव तस्करी के पीड़ितों को ले जाया जा रहा है, जिसके बाद फ्लाइट को उड़ान भरने से रोक दिया गया. 

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एयरपोर्ट पर रिसेप्शन हॉल में ठहराए गए थे सभी यात्री
इसके बाद वैट्री एयरपोर्ट पर रिसेप्शन हॉल को वेटिंग एरिया में बदल दिया गया. सभी यात्रियों को वहां रखा गया. यहां बच्चों के लिए एड-हॉक ट्यूयर भी रखे गए थे. पूरे इलाके को कवर करके रखा गया था. यात्रियों के खाने-पीने और हर जरूरत का ख्याल रखा गया था.

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