अमेरिकी सैन्य बलों के अफगानिस्तान छोड़कर जाने के बाद से वहां तालिबान और अफगान सेना के बीच लड़ाई जारी है. इस बीच न्यूज एजेंसी एएफपी ने खबर दी है कि अफगान सरकार के मीडिया विभाग के प्रमुख की हत्या कर दी गई है. न्यूज एजेंसी ने पुलिस के हवाले ये यह खबर दी है.
अफगान सरकार के मीडिया सूचना केंद्र प्रमुख की आज राजधानी में हत्या कर दी गई. यह जानकारी अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने शुक्रवार को दी है. कुछ दिनों पहले ही तालिबान ने चेतावनी दी थी कि वे हवाई हमलों में वृद्धि के लिए जवाबी कार्रवाई में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को निशाना बनाएंगे. आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता मीरवाइस स्टानिकजई ने दावा खान मेनपाल की मौत के बारे में कहा, "दुर्भाग्य से, क्रूर आतंकवादियों ने एक बार फिर कायरतापूर्ण कृत्य किया है. एक देशभक्त अफगान को शहीद होना पड़ा."
अफगानिस्तान के सरकारी मीडिया सूचना केंद्र के प्रमुख दावा खान मेनापाल के हत्या की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने मीडिया को एक संदेश भेजकर कहा कि "वह (दावा खान मेनापाल) मुजाहिदीन द्वारा किए गए एक विशेष हमले में मारा गया."
अफगानिस्तान में लंबे समय से चल रहा संघर्ष मई से तेज हो गया है. विदेश बलों की वापसी के अंतिम चरण के बाद से ही अफगानिस्तान में हमलों में तेजी देखने को मिल रही है. तालिबान पहले से ही ग्रामीण इलाकों के बड़े हिस्से को नियंत्रित कर रहा है और अब कई बड़े शहरों में अफगान सरकारी बलों को चुनौती दे रहा है.
रक्षा मंत्री के हत्या के प्रयास के एक दिन बाद आतंकवादियों ने बुधवार को अफगान सरकार के नेताओं को निशाना बनाकर और हमलों की चेतावनी दी थी. मंगलवार की रात रक्षा मंत्री बिस्मिल्लाह मोहम्मदी पर बम-और-बंदूक हमले ने महीनों में पहली बार राजधानी को युद्ध के बीच खड़ा करा दिया.
अफगान और अमेरिकी सेनाओं ने कई शहरों में विद्रोहियों के खिलाफ अपनी लड़ाई में हवाई हमले तेज कर दिए हैं और तालिबान ने बुधवार को कहा कि काबुल हमला उनकी प्रतिक्रिया थी.