मालेगांव ब्लास्ट केस में 17 साल बाद NIA की कोर्ट ने साध्वी प्रज्ञा और अन्य आरोपियों को बरी किया. साध्वी ने एक बार बताया था कि जेल में उन्हें बहुत प्रताड़ित किया गया. दिन रात पीटा जाता था. जेल में गर्म पानी में प्रज्ञा का हाथ डुबोया जाता था और बेल्ट से मारा जाता था. जेल में खाना भी नहीं देते थे.