पूर्व ATS अधिकारी महबूब मुजावर ने बताया कि उन्हें RSS प्रमुख मोहन भागवत को गिरफ्तार करने का आदेश मिला था. महबूब मुजावर ने भगवा आतंकवाद की थ्योरी को पूरी तरह से झूठी करार दिया और जांच में पक्षपात की बात कही. जांच के दौरान महबूब मुजावर पर झूठे केस बनाए गए, लेकिन कोर्ट में वे निर्दोष साबित हुए.